नयी दिल्ली, 29 मार्च (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी बेल्जियम, अमेरिका और सऊदी अरब की यात्रा को आतंकवाद से सुरक्षा और आर्थिक प्रगति के लिहाज से बेहद अहम करार दिया है। श्री मोदी ने आज रात विदेश यात्रा पर रवाना होने से पहले अपने संदेश में यह बात कही। उन्होंने कहा 30 मार्च को वह ब्रसेल्स में बेल्जियम के प्रधानमंत्री चार्ल्स मिशेल से मिलेंगे और यूरोपीय संघ के नेतृत्व के साथ 13वें भारत यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन मेें भाग लेंगे। प्रधानमंत्री ने ब्रसेल्स आतंकवादी हमले का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके पास बेल्जियम के लोगों के धैर्य और दृढ़ता को सलाम करने के लिये कोई शब्द नहीं है।
उन्होंने कहा कि हम ब्रसेल्स आतंकवादी हमले की घड़ी में कंधे से कंधा मिला कर वहाँ के लोगों के साथ खड़े हैं और इसमें हताहत हुए लोगों के शोक में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भारत एवं बेल्जियम के संबंध बहुत ही प्रगाढ़ एवं वक्त की कसौटी पर खरे उतरे हैं। यूरोप में बेल्जियम भारत का दूसरा सबसे बड़ा आर्थिक साझेदार है। श्री मिशेल के साथ उनकी बैठक का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और उच्च प्रौद्योगिकी साझेदारी को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि वह और श्री मिशेल उत्तराखंड के नैनीताल के निकट देवस्थली में आर्यभट्ट खगोलदर्शी विज्ञान अनुसंधान संस्थान के खगोलदर्शी का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री ने यात्रा पर रवाना होने से पहले अपने संदेश में ब्रसेल्स आतंकवादी हमले का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके पास बेल्जियम के लोगों के धैर्य और दृढ़ता को सलाम करने के लिये कोई शब्द नहीं है। उन्होंने कहा कि हम ब्रसेल्स आतंकवादी हमले की घड़ी में कंधे से कंधा मिला कर वहाँ के लोगों के साथ खड़े हैं और इसमें हताहत हुए लोगों के शोक में शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि भारत एवं बेल्जियम के संबंध बहुत ही प्रगाढ़ एवं वक्त की कसौटी पर खरे उतरे हैं। यूरोप में बेल्जियम भारत का दूसरा सबसे बड़ा आर्थिक साझेदार है। श्री मिशेल के साथ उनकी बैठक का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और उच्च प्रौद्योगिकी साझेदारी को बढ़ावा देना है। कल शाम को श्री मोदी 13वें भारत यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे जिसमें वह यूरोपीय संघ का भारत के प्रमुख कार्यक्रमों मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया आदि में भागीदारी का आह्वान करेंगे। भारत यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में भी आतंकवाद पर बात होगी। भारत एवं यूरोपीय संघ के बीच आतंकवाद पर एक संयुक्त कार्य समूह भी है जो आतंकवाद के विभिन्न स्वरूपों से सुरक्षा के उपायाें पर बात करेंगे जिनमें साइबर सुरक्षा भी एक अहम तत्व होगा। वह यूरोपीय परिषद और यूरोपीय संघ के अध्यक्षों से भी मिलेंगे। इस दौरान भारत यूरोपीय संघ व्यापक निवेश एवं कारोबार समझौते को अंतिम रूप देने पर भी बात होगी। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ भारत का एक प्रमुख व्यापारिक साझेदार और सबसे बड़ा आयातक है। भारत यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन हमारे बहुआयामी संबंधों को आगे बढ़ाने में कारगर होगी।
श्री मोदी 31 मार्च को वाशिंगटन पहुँचेंगे जहाँ व्हाइट हाउस में 53 देशों एवं चार वैश्विक संगठनाें के प्रमुख रात्रिभोज पर मिलेंगे और परमाणु आतंकवाद पर अपने विचार व्यक्त करेंगे। सम्मेलन की विषय वस्तु परमाणु प्रतिष्ठानों और परमाणु सामग्री को आतंकवादियों के हाथों में पड़ने से बचाने के उपायों पर आधारित है। अगले दिन तीन पूर्ण सत्र होंगे जिनमें परमाणु सुरक्षा बढ़ाने के उपायों, अंतरराष्ट्रीय संस्थागत कदमों तथा परमाणु सुरक्षा की नीति पर विचार मंथन के साथ साथ परमाणु एवं रेडियोधर्मी आतंकवाद की भविष्य में संभावित काल्पनिक स्थितियों एवं उनसे निपटने की तैयारियों पर चर्चा करेंगे। सम्मेलन के इतर कई विश्व नेताओं से द्विपक्षीय बातचीत भी होगी।
उन्होंने कहा कि भारत एवं बेल्जियम के संबंध बहुत ही प्रगाढ़ एवं वक्त की कसौटी पर खरे उतरे हैं। यूरोप में बेल्जियम भारत का दूसरा सबसे बड़ा आर्थिक साझेदार है। श्री मिशेल के साथ उनकी बैठक का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और उच्च प्रौद्योगिकी साझेदारी को बढ़ावा देना है। कल शाम को श्री मोदी 13वें भारत यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे जिसमें वह यूरोपीय संघ का भारत के प्रमुख कार्यक्रमों मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया आदि में भागीदारी का आह्वान करेंगे। भारत यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन में भी आतंकवाद पर बात होगी। भारत एवं यूरोपीय संघ के बीच आतंकवाद पर एक संयुक्त कार्य समूह भी है जो आतंकवाद के विभिन्न स्वरूपों से सुरक्षा के उपायाें पर बात करेंगे जिनमें साइबर सुरक्षा भी एक अहम तत्व होगा। वह यूरोपीय परिषद और यूरोपीय संघ के अध्यक्षों से भी मिलेंगे। इस दौरान भारत यूरोपीय संघ व्यापक निवेश एवं कारोबार समझौते को अंतिम रूप देने पर भी बात होगी। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ भारत का एक प्रमुख व्यापारिक साझेदार और सबसे बड़ा आयातक है। भारत यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन हमारे बहुआयामी संबंधों को आगे बढ़ाने में कारगर होगी।
श्री मोदी 31 मार्च को वाशिंगटन पहुँचेंगे जहाँ व्हाइट हाउस में 53 देशों एवं चार वैश्विक संगठनाें के प्रमुख रात्रिभोज पर मिलेंगे और परमाणु आतंकवाद पर अपने विचार व्यक्त करेंगे। सम्मेलन की विषय वस्तु परमाणु प्रतिष्ठानों और परमाणु सामग्री को आतंकवादियों के हाथों में पड़ने से बचाने के उपायों पर आधारित है। अगले दिन तीन पूर्ण सत्र होंगे जिनमें परमाणु सुरक्षा बढ़ाने के उपायों, अंतरराष्ट्रीय संस्थागत कदमों तथा परमाणु सुरक्षा की नीति पर विचार मंथन के साथ साथ परमाणु एवं रेडियोधर्मी आतंकवाद की भविष्य में संभावित काल्पनिक स्थितियों एवं उनसे निपटने की तैयारियों पर चर्चा करेंगे। सम्मेलन के इतर कई विश्व नेताओं से द्विपक्षीय बातचीत भी होगी।
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