नयी दिल्ली 28 मार्च , पठानकोट एअरबेस पर हुए आतंकवादी हमले की जाँच में सहयोग के लिये आये पांच सदस्यीय पाकिस्तानी संयुक्त जाँच दल ने आज यहां राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों के साथ दो दौर की बैठक करके घटना के बारे में विस्तृत जानकारी ली। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार दोनों पक्षों ने इस बारे में विचार किया कि पाकिस्तानी दल पठानकोट एअर बेस के किन किन जगहों पर जाएगा और किन गवाहों से बातचीत करेगा। यह दल 17 नागरिकों से बातचीत कर सकेगा लेकिन वह किसी भी सुरक्षाकर्मी से नहीं मिलेगा। पाकिस्तानी जांच को कल एक विशेष विमान से पठानकोट भेजा जाएगा। सूत्रों के अनुसार इस जांच दल को एनआईए के अधिकारियों ने एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से आतंकवादी हमले की सिलसिलेवार ढंग से तथ्यात्मक जानकारी दी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ की पहल पर गठित यह विशेष जाँच दल कल यहां पहुंचा था।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के भी इस जाँच दल के सदस्यों से मुलाकात करने की संभावना है। ऐसा पहली बार हुआ है जब पाकिस्तान के खुफिया, पुलिस एवं सैन्य अधिकारियों को भारत आकर जाँच की इजाज़त दी गयी है। इस टीम में इंटेलीजेंस ब्यूरो लाहौर के डिप्टी डायरेक्टर अज़ीम अरशद, आईएसआई के लेफ्टिनेंट तनवीर अहमद, पंजाब काउंटर टेररिज़्म डिपार्टमेंट के एआईजी राय ताहिर, एमआई के लेफ्टिनेंट कर्नल इरफान मिर्ज़ा और गुजरावालाँ सीटीडी के जाँच अधिकारी शाहिद तनवीर शामिल हैं। भारत का मानना है कि पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के आतंकवादियों ने दो जनवरी को पठानकोट वायुसेना के अड्डे पर हमला किया था, जिसमें सात जवान शहीद हुए थे और चार आतंकवादी मारे गये थे। इस हमले के बाद भारत पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तरीय बैठक स्थगित हो गयी थी। इसी माह की 17 तारीख को नेपाल के पोखरा में दक्षेस विदेश मंत्रियों के सम्मेलन के दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तान सरकार के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज के बीच द्विपक्षीय बैठक में पाकिस्तानी जाँच दल के भारत दौरे की तारीखें तय हुई थीं।
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