देर से जागे है अब चुप नहीं बैठेगे - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 22 मार्च 2016

देर से जागे है अब चुप नहीं बैठेगे


  • -विमुक्त घुमन्तु जनजाति संगठन का धरना

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नई दिल्ली। देश के विभिन्न क्षेत्रों से आये विमुक्त घुमन्त् एवं अर्घ घुमन्तू जनजाति संगठन का जंतर-मंतर पर आयोजित तीन दिवसीय जन अधिकार धरना समाप्त हो गया। सांसद उदित राज भी धरने पर बैठे। उदित राज ने अपने भाषण में संसद में उनकी बात रखने की बात कही। संगठन के संस्थापक सुरेश माहला ने बताया कि ‘राष्ट्रीय स्तर पर विकास बोर्ड गठित होने से समुदाय के लोगों को बहुत फायदा मिलेगा। राजस्थान, हरियाणा और पंजाब राज्य की सरकारों ने इस बारे में अच्छी पहल की है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस बारे में उन्हें पूरा आश्वासन दिया है।’ उन्होंने कहा ‘देश में 666 जनजातियां की आबादी 15 करोड़ है, जो एससी और ओबीसी में बंटी हुई है।’ उन्होंने कहा ‘हमारे समुदाय का स्तर उठाने और उन्हें न्याय दिलाने के लिए वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत कई केन्द्रीय मंत्रियों से गुहार कर चुके हैं। केन्द्र सरकार को दिये ज्ञापन में संगठन ने जनजातियों की शिक्षा और नौकरी में अलग से भागीदारी की मांग की है। इसके अलग विकास के लिए अलग बजट का प्रोवीजन  हो। जिला स्तर पर बोर्डिंग अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले जाये। लोगों को पक्के मकान, जमीन और बीपीएल कार्ड बने। कामधंधे के लिए बैंकों से कर्ज मिलने की सुविधा मिले।’ हमारे समुदाय के लोगों के खिलाफ पुरानी धाराएं समाप्त हो। 

धरने में विभिन्न प्रदेशों से आये मदारी, कलंदर, सपेरा, जोगी, कालबेलिया, सांसी, भेडकूट, राजभर, भातू, छारा, भाट, नट, ओड, लोहार,बंजारा, बाजीगर, पारदी, डोम,अहेरिया, बहेलिया, नायक,सपेला, नाथ, सिकलीघर, कुचबंद, गीहारी समुदाय के लोगों ने अपने अपने विचार रखे। लोगों ने कहा कि देश की आजादी के 70 साल हो गये है लेकिन उनके समुदाय के लोगों को अभी तक आजादी नहीं मिली है। कोई उनके अधिकार की बात नहीं करता। हमारा परंपारिक काम-धंधे छिन लिये गये हैं। हमें जानवर रखने की इजाजत नहीं है। सरकार ने हमें भिखारी बना दिया है। लेकिन उनका समुदाय जाग गया है। हम चुप बैठानेवाले नहीं है। राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर से हमारे समुदाय के लोगों ने अधिकारों की मांगों को लेकर आजादी का बिगुल बजा दिया है। राजघानी में हमारे समुदाय के 15 लाख बसते हैं इसलिए कोई राजनीतिक दल अब हमारी अवहेलना नहीं कर सकता है। इस मौके पर सुरेश छाइड़ी,मनवीर,प्रकाश नाथ,बलजीत राणा,मुकेश,गुलाब,हेमंत,सुरेश विसाईया,सुभाष विसाईया, जोगिन्द्र,रंधीर तंडी, और विक्की विडू उपस्थित थे।  

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