मुंबई: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोमांचक जीत दर्ज करने के बाद भारतीय टीम सेमीफाइनल में वेस्ट इंडीज के खिलाफ भी अपने विजयी क्रम को जारी रखते हुए फाइनल में प्रवेश करना चाहेगी। दोनों टीमें आज आईसीसी टी-20 विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में वानखेड़े स्टेडियम में आमने-सामने होंगी। विश्व कप के अपने पहले मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ मात खाने के बाद 2007 में हुए पहले टी-20 विश्व कप की विजेता टीम भारत ने शानदार वापसी की है। मेजबानों ने अपने शानदार खेल से पाकिस्तान, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया को शिकस्त दे कर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की। सेमीफाइनल में भारत-वेस्टइंडीज दोनों ही टीमों का मकसद 3 अप्रैल को कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में होने वाले फाइनल में प्रवेश करना होगा।
दूसरी तरफ वेस्ट इंडीज ने इंग्लैंड, श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगातार तीन जीत दर्ज कर सेमीफाइनल की टिकट पक्का कर लिया था, लेकिन अपने अंतिम ग्रुप मैच में उसे अफगानिस्तान ने करारी और शर्मनाक मात दी थी। गुरुवार को डैरेन सैमी के नेतृत्व वाली वेस्टइंडीज टीम एक नए दिन नई शुरुआत करेगी। भारत को सेमीफाइनल से पहले बड़ा लग सकता है। अभी तक भारत की हर जीत में निर्णायक भूमिका निभाने वाले युवराज सिंह चोट के चलते टीम से बाहर हो सकते हैं। उनकी जगह मनीष पांडेय को टीम में शामिल किया गया है। पूरे विश्व कप में बाहर बैठने वाले अंजिक्य रहाणे को गुरुवार को विश्व कप में अपना पहला मैच खेलने का मौका मिल सकता है। युवराज की चोट को छोड़ दें तो भारतीय टीम इस समय संतुलित नजर आ रही है। विराट कोहली इस समय शानदार फॉर्म में हैं और टीम की बल्लेबाजी की धुरी बने हुए हैं।
कोहली ने अभी तक विश्व कप के चार मैचों में 182 रन बनाए हैं और लगातार टीम को जीत दिलाते आ रहे हैं। भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के लिए सबसे बड़ी चिंता सलामी जोड़ी रोहित शर्मा और शिखर धवन का लगातार अच्छा प्रदर्शन न कर पाना है। वहीं मध्य क्रम में सुरेश रैना का बल्ला भी काफी समय से खामोश है। यह भी भारतीय कप्तान के लिए चिंता का विषय है। यह तीनों ही बल्लेबाज अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में अभी तक असफल रह हैं। रहाणे अगर टीम में आते हैं तो टीम वेशक मजबूत होगी। निचले क्रम में धोनी और हार्दिक पंड्या टीम के लिए जरूरी योगदान देते आ रहे हैं।
भारतीय गेंदबाजी विश्व कप में अभी तक काफी प्रभावशाली रही है। टीम के गेंदबाज समय-समय पर विकेट लेते रहे हैं और अंतिम ओवरों में रन भी रोकते रहे हैं। टीम की गेंदबाजी की कमान अनुभवी आशीष नेहरा पर होगी, जिन्होंने अपने अनुभव का अभी तक शानदार इस्तेमाल किया है और जसप्रीत बुमराह जैसे युवा गेंदबाज की भी काफी मदद की है। रविचन्द्रन अश्विन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ थोड़े महंगे जरूर साबित हुए थे, लेकिन वह किसी भी बल्लेबाज के लिए खतरा बन सकते हैं। रविन्द्र जडेजा और हार्दिक पंड्या दोनों से टीम को अपने मौजूदा प्रदर्शन का जारी रखने की उम्मीद होगी।
दूसरी तरफ वेस्ट इंडीज को भी सेमीफाइनल से पहले बड़ा झटका लगा है। टीम के बल्लेबाज आंद्रे फ्लैचर मांसपेशियों में खिंचाव के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह लिंडेल सिमंस को टीम में जगह मिली है। वेस्ट इंडीज की टीम धुआंधार बल्लेबाज क्रिस गेल पर काफी हद तक निर्भर करेगी। गेल इस समय शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पहले मैच में 48 गेंदों पर 100 रन की आतिशी पारी खेल अपनी फॉर्म में होने के संकेत दे दिए थे। गेल के अलावा टीम के पास टी-20 विशेषज्ञ काफी खिलाड़ी हैं जो भारत के लिए खतरा बन सकते हैं।
जॉनसन चार्ल्स, मार्लन सैमुएल्स, हरफनमौला सैमी, ड्वान ब्रावो, आंद्रे रसैल और कार्लोस ब्रेथवेट से सजी यह टीम टी-20 की एक खतरनाक टीम है, जो कहीं से भी मैच अपने नाम करने का दम रखती है। भारतीय परिस्थति में वेस्ट इंडीज के स्पिनर सैमुएल बद्री और सुलेमन बेन अभी तक टीम के कारगर साबित हुए हैं। टीम चाहेगी की वह भारत के खिलाफ भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखें।
टीम
भारत : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली, अंजिक्य रहाणे, मनीष पांडेय, सुरेश रैना, रविचन्द्रन अश्विन, रविन्द्र जडेजा, मोहम्मद समी, हरभजन सिंह, जसप्रीत बुमराह, पवन नेगी, आशीष नेहरा, हार्दिक पंड्या।
वेस्ट इंडीज : डैरेन सैमी (कप्तान), क्रिस गेल, जॉनसन चार्ल्स, मार्लन सैमुएल्स, लेंडल सिमंस, ड्वाएन ब्रावो, दिनेश रामदीन, आंद्र रसैल, जेसन होल्डर, कार्लोस ब्रेथवेट, एशले नर्स, जेरोम टेलर, सुलेमान बेन, सैमुएल बद्री।
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