ब्रसेल्स 30 मार्च, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकवाद से मुकाबले के लिए पारस्परिक विधिक सहयोग संधि पर बातचीत शुरू करने तथा भारत-बेल्जियम के बीच प्रत्यर्पण संधि और सजायाफ्ता कैदी आदान प्रदान संधि को अंजाम तक पहुंचाने की जरूरत पर आज बल दिया। श्री मोदी ने बेल्जियम की एक दिवसीय यात्रा के दौरान मेजबान प्रधानमंत्री चार्ल्स मिशेल के साथ द्विपक्षीय बैठक के बाद संयुक्त वक्तव्य में ब्रसेल्स आतंकवादी हमले के हताहतों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए ये जरूरत व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह बेल्जियम के लोगों के दुख और शोक में शामिल हैं जो पिछले आठ दिनों से उन्हें परेशान किये हुए हैं। उन्होंने हमले में मारे गये लोगों के परिजनों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि भारत बेल्जियम के लोगों के प्रति एकजुटता से खड़ा है।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद की साझा चुनौती से निपटने के लिए पारस्परिक विधिक सहयोग संधि पर बातचीत पुन: शुरू करने तथा प्रत्यर्पण संधि तथा सजायाफ्ता कैदियों के आदान प्रदान संबंधी संधि को तार्किक परिणति तक पहुंचाने की जरूरत है। आर्थिक सहयोग के मुद्दे पर श्री मोदी ने कहा सात प्रतिशत वृद्धि दर के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है। बेल्जियम की क्षमताएं और भारतीय अर्थव्यवस्था का जोड़ दोनों पक्षों के लिए लाभकारी होगा। प्रधानमंत्री ने बेल्जियम के कारोबारी प्रमुखों के साथ बैठक का उल्लेख करते हुए कहा कि वह बेल्जियम सरकार एवं कंपनियों को भारत के महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों में साझेदारी के लिए आमंत्रित करते हैं।
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