वाशिंगटन, 22 मार्च, अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए उम्मीदवारी हासिल करने की दौड़ में पब्लिकन पार्टी के प्रबल दावेदार डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल के साथ मजबूत संबंधों की वकालत करते हुए कहा कि अगर वह राष्ट्रपति बनते है तो वह इस यहूदी देश पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा अपने इरादों को थोपने के प्रयासों का विरोध करेंगे। ट्रंप ने अमेरिकन इजरायल पब्लिक अफेयर्स कमिटी को कल दिए संबोधन में कहा कि इजरायल और फिलीस्तीन के बीच किसी तरह की बातचीत में अमेरिका अपने करीबी साझेदार इजरायल के पक्ष में रहेगा।
उन्होंने कहा, “फिलीस्तीन को यह सोचकर बातचीत के लिए आना चाहिए कि अमेरिका और इजरायल के बीच अटूट संबंध है।” उन्होंने कहा, “फिलीस्तीन को इजरायल के खिलाफ प्रतिदिन होने वाली हिंसक गतिविधियों को बंद करना चाहिए। साथ ही उन्हें यह स्वीकार कर बातचीत के लिए आना चाहिए कि इजरायल एक यहूदी देश है और यह हमेशा यहूदी देश ही रहेगा।” ट्रंप ने फिलीस्तीन और इजरायल के बीच शांति वार्ता में संयुक्त राष्ट्र की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय का पश्चिम एशिया समझौता लागू करने का कोई भी प्रयास खतरनाक साबित होगा।
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