वाशिंगटन 31 मार्च, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन में शरीक होने के लिए अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन पहुंचने के बाद लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रेविटेशनल वेव ऑब्जवेट्री (एलआईजीअो) के वैज्ञानिकों के एक दल से आज मुलाकात की। राष्ट्रीय विज्ञान फाउंडेशन के निदेशक डॉक्टर फ्रेंस कोर्डोवा के नेतृत्व में आये वैज्ञानिकों के एक दल से श्री मोदी ने मुलाकात की। दल में तीन युवा भारतीय वैज्ञानिक भी शामिल थे जिन्होंने एलआईजीओ परियोजना में काम किया है। श्री कोर्डोवो ने बताया कि किस तरह भारत इस परियोजना के भविष्य के लिये बेहद खास था।
श्री मोदी ने कहा कि एलआईजीओ परियोजना भारत और अमेरिका के वैज्ञानिकों के सहयोग का एक बड़ा उदाहरण है। इस परियोजना की सफलता भारतीय वैज्ञानिकों की एक पूरी युवा पीढ़ी को प्रेरित कर सकता है। प्रधानमंत्री ने उन भारतीय वैज्ञानिकों से जो इस परियोजना के हिस्सा हैं उनसे अपील की कि वे संभव हो सके तो भारतीय छात्रों से मुलाकात करें और भारतीय विश्वविद्यालय का दौरा करें। इससे पहले दिन में भारत में एलआईजीओ की स्थापना के लिये भारत के परमाणु ऊर्जा विभाग और अमेरिका के राष्ट्रीय विज्ञान फाउंडेशन के बीच हस्ताक्षर किए गए थे।
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