मुंबई, 19 अप्रैल, शिवसेना ने आज कहा कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वैश्विक शांति मशाल ले कर पूरे विश्व में घूम रहे हैं लेकिन जिस गुजरात से उन्होंने अपनी राजनीति शुरू की आज वही जल रहा है। पार्टी के मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा गया है कि गुजरात में पटेल समुदाय राष्ट्रदोह के तहत जेल में बंद अपने नेता हार्दिक पटेल को छोड़ने की मांग कर रहा है और सबसे अधिक मेहसाणा में इसका असर देखा जा सकता है। एक तरफ गुजरात का युवा आंदोलनरत है तो दूसरी तरफ कन्हैया भी चुनौती दे रहा है। कुछ समय पहले यही युवा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जय जयकार कर रहा था। इसलिए राजनीतिज्ञों को अपना अहंकार छोड़कर अपने ही लोगों से बात करने में क्या परेशानी है।
भारतीय जनता पार्टी पर व्यंग्य करते हुए लिखा गया है कि कश्मीर में जो पार्टी अलगाववादियों की पक्षधर था, वह उसी के साथ आज सरकार बनाये हुए है तो फिर देशभक्तों के साथ बात करने में कैसी परेशानी। महाराष्ट्र के बुलढाणा में रामनवमी के दिन धर्मांध मुसलमानों ने उत्पात मचाया और हिंदुओं के मंदिरों में तोड़फोड़ की और घरों को जला दिया। इस क्षेत्र में अभी भी तनाव फैला हुआ है। पत्र ने लिखा है कि पुलिस देश के कई क्षेत्रों में बंदूक के बल पर शांति बनाने की कोशिश कर रही होगी लेकिन इसे स्वस्थ शासन व्यवस्था का लक्षण नहीं माना जा सकता। देश के शासकों को बहुत ही शांतिपूर्वक विचार कर और अहंकार को दूर रख मामलों पर निर्णय लेने की आवश्यकता है।
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