- भाजपा के ही दबाव में नीतीश कुमार ने किया था अमरीदास आयोग को भंग.
पटना 23 जुलाई 2016, माले राज्य सचिव कुणाल ने भाजपा नेता सुशील मोदी के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिसमें वे दलितों के हितैषी बनने का स्वांग रच रहे हैं. उन्होंने कहा कि गुजरात हो या फिर बिहार, दलितों के उत्पीड़न में भाजपा नंबर एक पर है. नीतीश-लालू भी सामंती ताकतों के सामने घुटने टेकने वालों में ही हैं. उन्होंने कहा कि जिस रणवीर सेना ने लक्ष्मणपुर बाथे, बथानी, मियांपुर जैसे दर्जनों जनसंहार रचाए, उसे भाजपा का राजनीतिक संरक्षण हासिल था. हाल ही में कोबरापोस्ट स्टिंग ने इसका पुनः खुलासा किया है कि कैसे भाजपाइयों ने गरीबों की हत्या करवाने के लिए रणवीर सरगनों को हथियार से लेकर पैसा तक मुहैया कराया. सुशील कुमार मोदी, सीपी ठाकुर, गिरिराज सिंह सब के नाम इस स्टिंग में शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि भाजपा अपने को बचाने के लिए झूठ बोल रही है. जबकि पूरी दुनिया ने देखा था कि सैंकड़ों गरीबों के हत्यारे रणवीर सेना प्रमुख बरमेश्वर सिंह को भाजपा नेता गिरिराज ंिसह ने गांधी से संबोधित किया था, और उसकी शव यात्रा में पटना की सड़कों पर खुलेआम गुंडई मचाई गयी थी. ये सब तो भाजपा वाले ही कर रहे थे. उन्होंने कहा कि जनसंहारियों को बचाने में भाजपा-जदयू-राजद तीनों की मिलीभगत रही है. भाजपा के ही दबाव में नीतीश कुमार ने ठीक ऐसे वक्त पर अमीरदास आयोग को भंग किया था, जब वह अपनी रिपोर्ट सौंपने ही वाली थी. इस रिपोर्ट में भाजपा से लेकर इन सभी पार्टी के नेताओं के नाम सामने आ रहे थे, जो रणवीर सेना को संरक्षण देते थे.
उन्होंने कहा कि यदि भाजपा को दलितों की इतनी ही चिंता है, तो वह अमीरदास आयोग को पुनर्बहाल करने की मांग करे. जिस सच्चाई को इन्होंने बिहार की जनता से छुपाया है, वह सामने आ जाएगा. गुजरात में उभरे जबरदस्त दलित आंदोलन ने भाजपा को आज बैकफुट पर धकेल दिया है. आने वाले दिनों में इनकी काली करतूतें और भी उजागर होंगी. दलित समुदाय उसकी असलियत को वकूफी पहचानने लगी है.
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