- भाजपा की स्त्री, अल्पसंख्यक और दलित विरोधी मानसिकता समाज के लिए खतरनाक
पटना 24 जुलाई 2016, माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि देश भर में भाजपा द्वारा स्त्री, अल्पसंख्यक व दलितों पर हो रहे हमले महज अलग-थलग घटनायें नहीं है, बल्कि इन समुदायों के प्रति भाजपा-आरएसएस की सामंती-पितृवादी और मनुवादी सोच का धृष्टतापूर्ण प्रदर्शन है. उन्होंने कहा कि बिहार के सिवान से आने वाले बीजेपी एमएलसी टुन्ना पांडे ने चलती ट्रेन में एक नाबालिग बच्ची के साथ जिस धृष्टता से बलात्कार की कोशिश की, यह इस निकृष्ट सोच की पराकाष्ठा है. यह दरअसल लड़कियों को उपभोग की वस्तु समझने के घृणित नजरिये का परिणाम है.
उन्होंने कहा कि भाजपा में ऐसे एक दयाशंकर सिंह अथवा टुन्ना पांडे नहीं है, बल्कि भाजपा-आरएसएस ऐसी मानसिकता तैयार करने वाले ही संगठन हैं. यह मानसिकता समाज के लिए बेहत खतरनाक है. भाकपा-माले इसकी कटु भत्र्सना करती है और ऐसी ताकतों पर सख्त कार्रवाई की मांग करती है. उन्होंने आम लोगों का आह्वान किया है कि ऐसी ताकतों का पूर्ण बहिष्कार करने की जरूरत है. गुजरात में दलितों के प्रति भाजपा के रूख को पूरे देश ने देखा, बिहार के मुजफ्फरपुर में भाजपां विधायक के संरक्षण में दलितों को पेशाब पीने के लिए मजबूर किया गया और अब एक नाबालिग बच्ची से बलात्कार करने की कोशिश की गयी. भाजपा-आरएसएस की सामंती-पितृवादी और मनुवादी सोच को करारा जवाब देने की जरूरत है.
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