श्रीनगर, 21 जुलाई, जम्मू-कश्मीर में मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद श्रीनगर में लगाया गया कर्फ्यू आज 13वें दिन भी जारी रहा वहीं पूरी घाटी में भी लगातार कर्फ्यू की पाबंदिया लागू रहने से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित रहा। पुलिस के एक प्रवक्ता ने अाज यहां बताया कि घाटी में तथा उत्तरी अौर दक्षिणी कश्मीर के सभी प्रमुख शहरों आैर तहसील मुख्यालयों के साथ ही श्रीनगर में कर्फ्यू में कोई ढील नहीं दी गई है अौर सभी पाबंदिया पूर्ववत ही हैं। उन्होंने कहा कि अगले आदेश तक स्थिति पूर्ववत ही रहेगी। सरकार ने कश्मीर के चार जिलाें बारामुला,बांदीपोरा,बड़गाम और गंदेरबल के शिक्षण संस्थानों को आज दोबारा खोलने के अादेश कल दिए थे लेकिन कर्फ्यू की अवधि बढ़ाये जाने के कारण स्कूलों में वीरानगी छायी रही।
इस बीच श्रीनगर के जिन क्षेत्रों खासकर नातीपाेरा,बादशाह नगर,नौगाम,दिलसोज कालोनी ,पंपोश कालोनी में कल कर्फ्यू हटा दिया गया था, वहां के निवासियों ने बताया कि सुरक्षाबल के जवान उन्हें घरों के भीतर रहने अथवा परिणाम भुगतने की चेतावनी दे रहे हैं। पंपोश कालोनी के एक निवासी ने यूनीवार्ता को बताया कि सुरक्षा बलों के जवान सुबह से ही उन्हें घरों के भीतर रहने की सलाह दे रहे हैं। अलगाववादियों के ‘ब्लैक डे’के आह्वान पर कल कश्मीर घाटी में लोगों ने अपने घरों और सड़कों की बत्तियां बुझा दीं जिसके बाद पूरी घाटी अंधेरे में डूब गई। इसके साथ ही कश्मीर की सभी मस्जिदों में आजादी के समर्थन में नारे भी लगाए गए। अाठ जुलाई को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में बुरहान के मारे जाने के बाद राज्य भर में विरोध प्रदर्शनों और हिंसा की घटनाओं में एक पुलिसकर्मी सहित 46 लोग मारे जा चुके हैं। कश्मीर घाटी में नौ जुलाई से यहां इंटरनेट सेवा बंद हैं और सात दिनों से मोबाइल सेवा भी बंद हैं।
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