कोलकाता,21 जुलाई, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज कहा कि वह देश की प्रधानमंत्री बनने की लालसा नहीं रखती है,लेकिन वह हमेशा देश में क्षेत्रीय दलों के साथ संघीय प्रणाली को मजबूत करने के लिये लड़ती रहेंगी। ‘शहीद दिवस’ के अवसर पर धर्मतल्ला के इस्पलानाडे में एक बड़े रैली को संबोधित करते हुये सुश्री बनर्जी ने कहा कि “हमारी पार्टी त्रिपुरा में अगली बार सरकार बनायेगी। पार्टी की विश्वसनीयता की वजह से तृणमूल कांग्रेस जमीनी स्तर के लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय है,इसी वजह से विधानसभा चुनावों में इस साल पार्टी ने 294 में 211 सीटों पर कब्जा जमाकर बड़ी जीत हासिल की है।” सुश्री बनर्जी ने कहा कि उनकी लालसा प्रधानमंत्री बनने की नहीं हैं और वह पश्चिम बंगाल को दुनिया में हर तरह से नंबर एक राज्य बनाना चाहती हैं।
उन्हाेंने कहा, “ राज्य की पूर्ववर्ती वाम मोर्चे की सरकार और केंद्र में कांग्रेस और भाजपा के शासन की वजह से यह राज्य पिछड़ गया। इनके शासन काल में राज्य कर्ज में डूब गया था और साल 2017-18 में 60000 करोड़ रुपये के करीब कर्ज चुकाना पड़ेगा। पूर्ववर्ती वाममोर्चों की सरकार जो उस समय केंद्र में कांग्रेस की सहयोगी थी, उसकी वजह से मेरी सरकार को अब कर्ज चुकाना पड़ रहा है। इस साल हमें 47000 करोड़ के करीब कर्ज चुकाना है। ” उन्होंने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुये कहा, “वर्तमान केंद्र सरकार की गलत राजकोषीय नीति के कारण देश की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी है और इसका भार राज्यों की ओर धकेल दिया गया है। इस वजह से संघीय ढांचे में जंग लग गया है। केंद्र सरकार कानून और नियमों जैसे आधार कार्ड को बिना कुछ अध्ययन किये पारित कर रही है जिससे परियोजनायें विफल हो रही हैं।”
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