तिब्लिस,23 जुलाई, जार्जिया के लिये रियो ओलंपिक में इस बार एक दिलचस्प इतिहास बनेगा कि उसकी महिला निशानेबाज और उनके बेटे की जोड़ी इन खेलों में एक साथ उतरेगी। निशानेबाज निनो सालूवाद्जे का यह आठवां ओलंपिक है और इस बार उनके साथ उनका बेटा सोत्ने माचावारियानी भी ओलंपिक में उतरने जा रहा है। ओलंपिक इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी एक टीम में मां और बेटा दोनों एक साथ एक ही स्पर्धा में भाग लेंगे। 47 वर्षीय निनो ने बेटे के साथ उतरने की खुशी का इजहार करते हुये कहा“ मैं बहुत ही खुश हूं और गर्व महसूस कर रही हूं कि अपने बेटे के साथ खेलने उतर रही हूं। हम अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।” निनो ने मात्र 19 वर्ष की उम्र में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था और 1988 के सोल ओलंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में रजत पदक जीता था। उस समय निनो ने सोवियत यूनियन की टीम का प्रतिनिधित्व किया था। वर्ष 2008 के बीजिंग ओलंपिक में निनो ने जार्जिया के लिये 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। अपने आठवें ओलंपिक खेलों में हिस्सा ले रहीं अनुभवी निनो ने के लिये यह दोहरी खुशी का मौका है कि उनके देश की टीम में उनका 18 वर्षीय बेटा सोत्ने भी शामिल हैं जिनके लिये यह पहले ओलंपिक खेल हैं। सोत्ने ने फरवरी में हुये ओलंपिक क्वालिफाइंग यूरोपियन चैंपियनशिप में अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुये 10 मीटर एयर पिस्टल के लिये रियो का टिकट हासिल किया था। सोत्ने ने कहा“ मेरे लिये यह दोहरी खुशी की बात है क्योंकि मैं करियर में पहली बार ओलंपिक में जा रहा हूं और अपनी मां के साथ टीम में शामिल हूं।” हालांकि उनकी मां का मानना है कि पारिवारिक रिश्तों का खेलों में कोई लेना देना नहीं होता है। उन्होंने कहा“ साफ कहूं तो मैं मां हूं और बेटे को रियो में खेलते देखना मेरे लिये सुखद होगा। लेकिन खेलों में पारिवारिक रिश्ते नहीं बल्कि प्रदर्शन अहम होता है।”
रविवार, 24 जुलाई 2016
रियो में इतिहास बनाएगी जार्जिया के मां-बेटे की जोड़ी
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