नयी दिल्ली, 21 जुलाई, भारत ने पाकिस्तान पर जम्मू कश्मीर को लेकर बुरी नीयत रखने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि पाकिस्तान कश्मीर से अपना अवैध कब्ज़ा खाली करे और भारत में आतंकवाद एवं हिंसा को उकसाना बंद करे। भारत ने पाकिस्तान में कश्मीर को लेकर आंदाेलन की अगुवाई संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादियों से कराये जाने का उल्लेख करते कहा कि एक बार फिर दुनिया देख रही है कि आतंकवाद पाकिस्तान की राष्ट्रनीति का अभी भी हिस्सा बना हुआ है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कश्मीर का पाकिस्तान में विलय दिवस मनाये जाने संबंधी रिपोर्टाें पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “हमने पिछले दो दिनों में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जम्मू कश्मीर से संबंधित बयानों, रैलियों और घटनाओं से जुड़ी रिपोर्टों को देखा है। हमने यह भी देखा है कि इन गतिविधियों की अगुवाई संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादियों ने की है जिन्होंने ओसामा बिन लादेन और तालिबान नेता अख्तर मंसूर की मौत पर विरोध व्यक्त किया था।”
श्री स्वरूप ने कहा कि भारत, पाकिस्तान सरकार की ओर से आतंकवादियों, उनकी गतिविधियों को मिलने वाले समर्थन एवं प्रोत्साहन की कठोर भर्त्सना करता है। हम पाकिस्तान से एक बार कहते हैं कि वह हमारे देश के किसी भी हिस्से में आतंकवाद और हिंसा को उकसाना और उसे समर्थन देना बंद करे तथा भारत के आंतरिक मामलों में किसी भी प्रकार की दखलंदाजी से बाज आये। उन्होंने कहा कि ‘कश्मीर का पाकिस्तान में विलय दिवस’ का आयोजन पाकिस्तान के जम्मू कश्मीर के भूभाग पर लालच का पर्दाफाश करता है। भारत मांग करता है कि पाकिस्तान अपने कब्ज़े वाले कश्मीर से अवैध कब्ज़ा हटाये। उसे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर, जिसे वह ‘आज़ाद’ कहता है, में तथाकथित चुनाव कराने के बेमतलब के हथकंडों से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय आैर कश्मीरियों को गुमराह करना बंद करना चाहिये। प्रवक्ता ने कहा कि इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के समक्ष मार्च और विरोध प्रदर्शनों की धमकियों के मद्देनजर पाकिस्तान सरकार उच्चायोग, उसके सभी अधिकारियों एवं उनके परिवारों की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करे।
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