राजकोट, 21 जुलाई, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात के दलित समुदाय के लोगों की बर्बर पिटायी की घटना को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सीधा निशाना साधते हुए दावा किया कि गुजरात और देश के शेष हिस्से में दो विचारधाराओं की लडायी चल रही है जिसके एक तरफ गांधी, नेहरू, आंबेडकर और पटेल के विचार है तथा दूसरी ओर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, गोलवलकर और मोदी हैं। श्री गांधी ने आज पीडित परिवारों से उनके गांव गिर सोमनाथ जिले के उना तालुका के मोटा समढियाणा गांव में मुलाकात के बाद यहां सिविल अस्पताल में भर्ती कुछ पीडितों और उक्त घटना के विरोध में जहर पीने वाले लोगों से मिले। उन्होंने दोनो स्थानों पर करीब आधे आधे घंटे का समय बिताया था।
उन्होंने बाद में यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया जिसमें उन्होंने केवल बयान भर दिया और मीडिया की ओर से सवाल पूछे जाने से पहले ही चले गये। श्री गांधी ने कहा कि आज वह पीडितों के परिवारजनों से मिले जिनका कहना था कि मोदी जी के गुजरात उन्हें हर रोज पीटा और दबाया जाता है पर उन्हें कोई रास्ता नहीं सूझता। हैदराबाद विश्वविद्यालय के दलित छात्र रोहित वेमुला आत्महत्या मामले की परोक्ष चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले वह हैदराबाद गये थे जहां एक युवा ने आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने कहा, ‘दिल्ली की सरकार ने उसके परिवार और अपना हक मांगने वाले युवकों पर ही आक्रमण कर दिया। आज मै गुजरात के एक अस्पताल में गया जहां एक दूसरे से बातचीत किये बिना आत्महत्या का प्रयास करने वाले 11 लोग भर्ती थे। इसका मतलब क्या है। इसका मतलब है कि पूरे गुजरात में कमजोर लोगों और जिनके पास पैसा नहीं है ऐसे लोगों चाहे वह किसी भी जाति के हों, को दबाया जा रहा है। यह किस तरह की लडायी है। यह लडायी दो विचारधाराओं की है जिसके जिसके एक तरफ गांधी, नेहरू, आंबेडकर और पटेल के विचार है तथा दूसरी ओर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, गोलवलकर और मोदी जी हैं।’
उन्होंने कहा, ‘मोदी जी गुजरात मॉडल की बात करते हैं पर यहां जो भी इस विचारधारा के खिलाफ आवाज उठाता है, चाहे वह किसी भी जाति का हो। जो भी शिक्षा के लिए आवाज उठाता है या जो भी बडे कारपोरेट घरानों से लडता है उसे दबा दिया जाता है।’ कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा,‘मैने पीडितों तथा उनके परिजनों से कहा कि कांग्रेस और गुजरात की जनता उनके साथ है। हम इस विचारधारा को केवल गुजरात ही नहीं बल्कि पूरे हिन्दुस्तान में हरायेंगे।’ ज्ञातव्य है कि उक्त घटना के विरोध में पूरे गुजरात में पिछले कुछ दिनों से हिंसक प्रदर्शनाें का सिलसिला जारी है जिसमें सरकारी संपत्ति की व्यापक क्षति हुई है और एक पुलिसकर्मी समेत कम से कम दो लोगों की मौत हो गयी है।
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