नयी दिल्ली 23 जुलाई अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से लगभग एक महीने पहले अगवा हुई भारतीय महिला जुडिथ डिसूजा आज सकुशल स्वदेश लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मिलीं। अफगानिस्तान में भारत के राजदूत मनप्रीत वाेहरा के साथ जुडिथ यहां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शाम छह बजे पहुंची,जिसके बाद उन्होंने सुश्री स्वराज के साथ श्री मोदी से मुलाकात की। इस मौके पर विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर और जनरल वी के सिंह भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री ने जुडिथ से मुलाकात की फोटो को ट्वीट करते हुए लिखा “ जुडिथ भारत में अापका स्वागत है।” एक अन्य ट्वीट में श्री मोदी ने कहा “ जुडिथ को घर वापस लाने में सहयोग के लिये अफगानिस्तान सरकार खास कर राष्ट्रपति अशरफ गनी का शुक्रिया।” विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया “ एक और सुरक्षित घर वापसी! विदेश मंत्री और दोनों विदेश राज्यमंत्रियों ने जुडिथ डिसूजा से दिल्ली में मुलाकात की। श्रीमती स्वराज ने आज सुबह टि्वटर पर डिसूजा की रिहाई की सूचना देते हुए कहा था, “मुझे यह सूचित करते हुए खुशी हो रही है कि जुडिथ डिसूजा को रिहा करा लिया गया है। उनकी रिहाई में सहयोग के लिए धन्यवाद अफगानिस्तान।” एक अन्य ट्वीट में श्रीमती स्वराज ने कहा “उनकी रिहाई में साथ और सहयोग देने के लिये अफगानिस्तान आपका शुक्रिया।” डिसूजा पिछले कुछ वर्षों में काबुल में गैर सरकारी संगठन आगा खान फाउंडेशन के साथ काम कर रही थी और उन्हें जून में भारत लौटना था लेकिन उससे पहले नौ जून को उनका अपहरण कर लिया गया।
प्रधानमंत्री ने जुडिथ से मुलाकात की फोटो को ट्वीट करते हुए लिखा “ जुडिथ भारत में अापका स्वागत है।” एक अन्य ट्वीट में श्री मोदी ने कहा “ जुडिथ को घर वापस लाने में सहयोग के लिये अफगानिस्तान सरकार खास कर राष्ट्रपति अशरफ गनी का शुक्रिया।” विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया “ एक और सुरक्षित घर वापसी! विदेश मंत्री और दोनों विदेश राज्यमंत्रियों ने जुडिथ डिसूजा से दिल्ली में मुलाकात की। श्रीमती स्वराज ने आज सुबह टि्वटर पर डिसूजा की रिहाई की सूचना देते हुए कहा था, “मुझे यह सूचित करते हुए खुशी हो रही है कि जुडिथ डिसूजा को रिहा करा लिया गया है। उनकी रिहाई में सहयोग के लिए धन्यवाद अफगानिस्तान।” एक अन्य ट्वीट में श्रीमती स्वराज ने कहा “उनकी रिहाई में साथ और सहयोग देने के लिये अफगानिस्तान आपका शुक्रिया।” डिसूजा पिछले कुछ वर्षों में काबुल में गैर सरकारी संगठन आगा खान फाउंडेशन के साथ काम कर रही थी और उन्हें जून में भारत लौटना था लेकिन उससे पहले नौ जून को उनका अपहरण कर लिया गया।
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