47 लाख की लागत से बन रहे साहेब बाँध में व्यापक पैमाने पर घोटाले की आशंका, - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 20 जुलाई 2016

47 लाख की लागत से बन रहे साहेब बाँध में व्यापक पैमाने पर घोटाले की आशंका,

  • संवेदक के विरुद्ध डीसी दुमका से कार्रवाई की ग्रामीणों ने की मांग 

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अमरेन्द्र सुमन (दुमका) झारखण्ड विभागीय पदाधिकारी, संवेदक व इंजीनियर की आपसी मिलीभगत से रानेश्वर प्रखण्ड के आसनबनी पंचायत में 47 लाख रुपये की लागत से तैयार हो रहे साहेब बाँध के निर्माण कार्यों में राशियों की भारी लूट की संभावना नजर आ रही है।  आसनबनी व धनबासा पंचायत के गाँव चापुड़िया में रबी व खरीफ फसल उत्पादन के लिये सिंचाई के रुप में पिछले कई वर्षों से संजीवनी का काम कर रहे साहेब बाँध का जबरन निर्माण कार्य दिखाकर पूरी राशि हजम करने का प्रयास लगातार जारी है। संवेदक के असंतोषप्रद कार्यों व विभागीय पदाधिकारियों के मनमानेपन के विरुद्ध ग्रामीणों की लगातार शिकायतों के बावजूद संबंधित विभाग के कार्यपालक अभियंता ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। ग्रामीणों के साथ वार्ता करने के वायदे भी कार्यपालक अभियंता भूल गए। स्थल का निरीक्षण तो उन्होनें किया किन्तु एक भी ग्रामीण से राय-मशवरा नहीं किया। ग्रामीणांे का आरोप है कि कार्य0 अभि0, सहायक व कनीय अभियंता व संवेदकों की आपसी मिलीभगत के तहत साहेब बाँध निर्माण कार्यों के लिये आवंटित 47 लाख रुपये की राशि हजम करने का प्रयास किया जा रहा है। 

इसी तरह दो अन्य तालाब निर्माण कार्यों में भी भारी अनियमितताएँ बरती जा रही हैं। भाजपा सरकार में भाजपाई कार्यकर्ताओं द्वारा ब्यूरोक्रेटस के विरुद्ध लगाए जा रहे आरोपों पर जिला प्रशासन भी खामोश है। विदित हो लघु सिचाई विभाग, दुमका द्वारा जिले के अलग-अलग प्रखण्डों में करोड़ों रुपये के तालाब निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं। जिले के रानेश्वर प्रखण्ड के आसनबनी व धनवासा पंचायत के ग्रामीणों द्वारा आसनबनी में तैयार हो रहे साहेब बांध में संवदेकों व पदाधिकारियों के विरुद्ध डीसी दुमका को आवेदन देकर काम रुकवाने का अनुरोध किया गया है। उपरोक्त पंचायतों के ग्रामीणों यथा-दिनेश, मंडल, तापस मंडल, गजपति पाल, लालू मंडल, दयामय मंडल, षष्टी मंडल, केदारनाथ मंडल, विभूति बास्की, बिरसा बास्की, दुर्गा टुडू, प्रीतम कुमार गोस्वामी, बाल मोहन मिस्त्री, जितेन्द्र मिस्त्री, रुबी मुर्मू, मुन्ना मुर्मू, सुबल मुर्मू, दीपक मंडलज, शिवलाल हेम्ब्रम, जितेन टुडू, सुनिराम टुडू, लखीन्द्र मुर्मू, गंगा हांसदा, आलीम अंसारी, सुकुमार मंडल, अताउल अंसारी, प्रहलाद मंडल, विनोद मंडल, मिथुन मंडल, मनोज मंडल, विश्वजीत मंडल, बासुदेव पाल, राजेश पाल, निरज, काजल मंडल, नारायण पाल, सुभाष पाल, गौर मंडल, हेमन्त पाल, समरेश मिर्धा राजेश चन्द्र दास व अन्य के हस्ताक्षरित आवेदन में कहा गया है कि न तो कार्यस्थल पर प्राक्कलित राशि, संवेदक का नाम, स्थल से संबंधित न तो कोई जानकारी से संबंधित कोई बोर्ड ही लगाया गया है और न ही ग्रामीणों को ही इसकी कोई जानकारी दी जाती है। ग्रामीणांे का कहना है 29 मई को तालाब निर्माण कार्य का शुभारम्भ किया गया था। कुछ दिन तक धीमी गति से फोकलेन मशीन के द्वारा मिट्टी की कटाई कर काम किया गया। बाद में कार्य और भी धीमी कर दी गई। इधर लगातार वर्षा से लगातार तालाब में पानी भरता जा रहा है। 

संवेदकों व विभागीय पदाधिकारियों की मंशा साफ झलकती है। संवेदक व पदाधिकारीगण लगातार वर्षा की ओर नजर गड़ाए हुए हैं। विदित हो बारिस के मौसम में तालाब की खुदाई असंभव है ऐसी स्थिति में आधे-अधुरे कार्य कर पूरी राशि गड़क जाने की चाल चली जा रही है। दूसरी अहम बात यह है कि साहेब बांध पर स्नान व साफ-सफाई से संबंधित ग्रामीणों का कार्य पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया गया है। स्नान व कपड़ों की सफाई के लिये ग्रामीणों को काफी दूर की यात्रा करनी पड़ रही है।  ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि 10 एकड़ के क्षेत्र में साहेब बांध मौजूद है। संवेदक द्वारा बाँध के कुछ ही हिस्सों की खुदाई की जा रही है। मिट्टी की जो भी खुदाई की जा रही है उसे मेड पर रख दिया जा रहा है। तेज बारिस की स्थिति में मेड पर रखी मिट्टी पुनः बाँध में गिरकर बराबर हो जा रही है। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि 125 एकड़ जमीन पर फसलों को जीवन देने वाले इस बाँध की जो स्थिति इन दिनों संवेदकों व पदाधिकारियों ने आपसी मिलीभगत से कर दिया है उससे हजारों ग्रामीणांे का जीवन कष्टप्रद हो जाएगा। मानवीय जरुरतों को पूरा करने व सिंचाई के लिये एकमात्र गहरे पानी वाले इस बाँध का मूल अस्तित्व ही नष्ट कर दिया जा रहा है। 

सदस्य पंचायत संमिति आसनबनी प्रदीप कुमार मंडल, वार्ड सदस्य गंुगा हांसदा, अध्यक्ष बिहार/झारखण्ड भ्रष्टाचार निरोध अभियान, शाखा रानेश्वर नीलकमल राय, लाल बहादुर शास्त्री किसान विकास समिति, आसनबनी, रानेश्वर सत्यपद मंडल ने कड़ा विरोध जताते हुए विभागीय कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता व संवेदक के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है हजारों आदमी के जीवन को संवार रहे साहेब बांध के हो रहे कार्यों पर कार्रवाई नहीं की गई तो लोग सड़क पर उतरने को मजबूर होगें।ें विभाग के आला अधिकारी से फोन व अन्य संचार माध्यमों से लगातार शिकायतों के बाद भी उनकी ओर से कोई रिस्पाॅन्स नहीं लिये जाने के परिणामस्वरुप अंततः ग्रामीणों ने उपायुक्त से अपनी शिकायत की है। विदित हो, दुमका में 10 प्रखण्ड हैं। इस विभाग की ओर से प्रत्येक प्रखण्ड में तालाब निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं। प्रत्येक प्रखण्डों में हो रहे कार्यों के विरुद्ध ग्रामीणांे का गुस्सा सातवंे आसमान पर देखा जा सकता है। 

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