नयी दिल्ली, 20 जुलाई, पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान कपिल देव ने हॉकी लीजेंड मोहम्मद शाहिद के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुये बुधवार को कहा कि वह उनके हीरो थे। कपिल ने कहा“ मुझे लग रहा था कि वह अस्पताल में अपनी लड़ाई जीत जाएंगे। 56 वर्ष की उम्र ही क्या होती है। मैं उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं।” कपिल ने अपना अंतरराष्ट्रीय करियर 1978 में शुरू किया था जबकि शाहिद ने 1980 के मॉस्को ओलंपिक में भारत को आखिरी बार हॉकी का स्वर्ण दिलाया था।
विश्वकप विजेता कप्तान ने कहा“ शाहिद एक जबरदस्त एथलीट और होनहार खिलाड़ी थे। ईमानदारी से कहूं तो वह मेरे हीरो थे। यह वह समय था जब क्रिकेट और हॉकी लोकप्रियता के मामले में साथ साथ चलते थे। मैंने शाहिद को भारत के लिये गोल करते देखा था। मैं मैदान पर हॉकी मैच तो नहीं देख पाता था लेकिन टीवी पर ये मैच देखता था।” कपिल ने कहा“ शाहिद मैदान पर खेलते देखने के लिये सबसे आकर्षक खिलाड़ी थे। यदि आप उनकी प्रतिभा के बारे में जानना चाहें तो उस समय के पाकिस्तानी हॉकी खिलाड़ियों से पूछें तो वे बताएंगे कि वे शाहिद से कितना डरते थे और उनका कितना सम्मान करते थे।”
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