नयी दिल्ली, 20 जुलाई, गुजरात में कुछ दलित युवकों की पिटाई के लिए जिम्मेदार लाेगों के खिलाफ कडी कार्रवाई करने की मांग को लेकर कांग्रेस और विपक्षी दल के सदस्यों ने आज राज्यसभा में भारी शोरगुल और हंगामा किया जिसके कारण कोई निर्धारित कामकाज नहीं हो सका और सदन की कार्यवाही सात बार के स्थगन के बाद कल तक लिए स्थगित कर दी गयी। विपक्षी दलों के सदस्यों ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ गुजरात में ऊना के मुद्दे को लेकर हंगामा आरंभ कर दिया था जो सिलसिला दिनभर जारी रहा जिसके शून्यकाल, प्रश्नकाल और कोई भी विधायी कार्य नहीं हो सका।
भोजनावकाश से पूर्व सदन की बैठक चार बार तथा इसके बाद तीन बार स्थगित की गयी। हंगामे के दौरान सदस्य “ दलित विरोधी यह सरकार नहीं चलेगी-चलेगी, गुजरात में दलित अत्याचार बंद करो, नरेन्द्र मोदी चुप्पी तोड़ो और नरेन्द्र मोदी कुर्सी छोड़ो ” के नारे लगाते रहे। भोजनावकाश के बाद सदन में हंगामे के दौरान ही संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में दलित अत्याचार पर अल्पकालिक चर्चा करने का निर्णय लिया गया था और सरकार उसके लिए अभी तैयार है। उन्होंने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी किसी की मेहरबानी से प्रधानमंत्री नहीं है। देश में कहीं भी अत्याचार और अन्याय नहीं हो रहा है। उप सभापति पी.जे. कुरियन सदस्यों से बार-बार अपनी सीट पर जाने का अनुरोध करते रहे और कहा कि सदन मुद्दों पर चर्चा के लिए है नारेबाजी के लिए नहीं है।
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