विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 22 जुलाई) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 22 जुलाई 2016

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 22 जुलाई)

निर्वाचन आयोग के कार्यो का समय सीमा में क्रियान्वयन करें

प्रदेश की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह ने आज वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से फोटो निर्वाचक नामावली, मतदाता सूची के शुद्विकरण कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा कार्यो के सम्पादन हेतु जो समय सीमा निर्धारित की है उसका विशेष ध्यान रखते हुए कार्यो को त्रुटिरहित पूर्ण कराएं। कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने विदिशा जिले में मतदाता शुद्धिकरण के तहत कराए गए कार्यो की बिन्दुवार जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले के मतदान केन्द्रों का गूगल मेप पर पंजीयन कार्य जारी है जो समय सीमा के पहले पूरा करा लिया जाएगा। जिले की सभी पांचो विधानसभाओं की मतदाता सूची का शुद्धिकरण कार्य जारी है जिसमें ऐसे मतदाता जिनके फोटो की पहचान की जानी है का कार्य अंतिम चरण में है। उन्होंने बताया कि जिले के बीएलओ के पास मतदाता सूची का उपलब्ध डाटा का कम्प्यूटराईजेशन कार्य भी सतत क्रियान्वित है।कलेक्टेªट के व्हीसी कक्ष में इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री दीपक आर्य, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, एसडीएम श्री आरपी अहिरवार, उप जिला निर्वाचन अधिकारी, समस्त ईआरओ और इलेक्शन सुपरवाईजर मौजूद थे।

आंगनबाडी में दर्ज बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा पर ध्यान दें-कलेक्टर

कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने आज आंगनबाडी केन्द्रों के माध्यम से दी जाने वाली सुविधाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि आंगनबाडी में दर्ज बच्चों के लिए प्रारंभिक शिक्षा के भी प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं ताकि छह वर्ष की आयु के उपरांत स्कूलों में दाखिला लेते के पहले बच्चे प्रारंभिक शिक्षा से भलीभांति प्रशिक्षित हो जाएं। उन्होंने आंगनबाडी केन्द्रों में दर्ज बच्चों के आधार पंजीयन हेतु क्रियान्वित अभियान की भी बिन्दुवार समीक्षा की।कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि आंगनबाडी केन्द्रों में बच्चों की शत प्रतिशत उपस्थिति हो इसके लिए स्थानीय स्तर पर रणनीति तय की जाएं। आवश्यक हो तो ग्रामीण स्तर पर प्रेरकों को भी इस कार्य में जबावदेंही सौंपी जाएं।कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि जिले के सभी आंगनबाडी केन्द्र शासकीय भवनों में संचालित हो इसके लिए स्कूलों में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त कक्षो का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले की ऐसे शेक्षणिक संस्थाएं जहां दस से कम बच्चे दर्ज है उन्हें समीप के स्कूलों में स्थानांतरित किया जा रहा है ऐसी स्थिति में रिक्त होने वाले शासकीय स्कूल भवनों का आवंटन उस ग्राम की आंगनबाडी केन्द्र को सर्वोच्च प्राथमिकता से किया जाएगा। जिला पंचायत सीईओ श्री दीपक आर्य ने कहा कि जिले के सभी ऐसे बच्चे जो आंगनबाडी में दर्ज है उनका  आधार कार्ड बनाया जाना है इसके लिए आंगनबाडी केन्द्रो को टेबलेट मुहैया कराए गए है जिन दूरस्थ आंगनबाडी केन्द्रों में मोबाइल कनेक्टिविटी की समस्या है उन केन्द्रों पर मशीन भेजकर आधार पंजीयन के कार्य को पूरा कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को जिला प्रशासन के माध्यम से टेबलेट उपलब्ध कराए गए है। जिसका वे उपयोग कर आधार पंजीयन के लंबित कार्य को समय सीमा में पूरा करें। इस कार्य में जिनके द्वारा कोताही बरती जाएगी उनका वेतन आहरण नही किया जाएगा। उन्होंने सांझा चूल्हा के कार्यो की भी अद्यतन जानकारी संबंधितों से प्राप्त की। बैठक के दौरान आधार पंजीयन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। जिला पंचायत के सभागार कक्ष में हुई इस बैठक अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती विनीता कस्बा समेत विभागीय अधिकारी एवं अमला मौजूद था।

छात्रावासी बच्चों को बेहतर सुविधाएं दें-कलेक्टर श्री ओझा

vidisha news
कलेक्टर श्री एमबी ओझा ने आज आदिम जाति कल्याण विभाग के छात्रावास अधीक्षकों की बैठक आहूत कर उन्हें स्पष्ट निर्देश दिए कि वे छात्रावास परिसर में रहना सुनिश्चित करें। शासन द्वारा छात्रावासी बच्चों के लिए जो सुविधाएं मुहैया कराई जाती है उसका अक्षरशः पालन कर छात्रावासी बच्चों को दिलाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर श्री ओझा ने कहा कि छात्रावासों की क्रास मानिटरिंग के लिए जिलाधिकारियों को दायित्व सौंपे जाएंगे। उन्होंने कहा कि छात्रावास में रह रहे बच्चों की देखभाल अपने बच्चों के अनुरूप करने की सलाह दी। उन्होंने बच्चों से मधुर संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं से अवगत होते हुए निराकरण की पहल करने और छात्रावासों में रह रहे बच्चों में प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रति रूझान बढ़े इसके लिए जिला मुख्यालय पर चल रही नई रोशनी एक पहल की तर्ज पर छात्रावासों में भी प्रतियोगी परीक्षाओं की भी तैयारियां कराई जाएं ताकि छात्रावासी बच्चे सामान्य वर्ग के बच्चों के अनुरूप प्रतियोगी परीक्षाओं में स्थान हासिल कर सकें। इसके लिए उन्होंने स्थानीय स्तर पर शैक्षणिक प्रबंध कर कोचिंग शुरू करने की सलाह दी। कलेक्टर श्री ओझा ने इस दौरान छात्रावासों के अधीक्षकों से वन-टू-वन संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को सुना और निराकरण हेतु आवश्यक निर्देश दिए। आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक कार्यालय में हुई इस बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती अंजू पवन भदौरिया, जिला संयोजक श्री विवेक पांडे समेत विभागीय अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।

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