- मोहब्बत करने वालों को 7 लोगों ने ठिकाना लगाया, साढ़े तीन साल के बाद भी 3 बदमाशों की गिरफ्तारी नहीं
पटना। कहा जाता है कि भगवान द्वारा पति और पत्नी का चयन किया जाता है। अलग-अलग रहने वाले मिलते हैं और दो दिल जुड़ जाते हैं। उसी तर्ज पर रामजी कुमार और सोनी कुमारी मिले। 20 दिसम्बर,2011को पटना में लव मैरेज करते हैं। दोनों के मिलन से सोनी के गर्भ में शिशु भी आ गया था। मगर सोनी के परिवार वालों को लव मैरेज नहीं भाया। इसका परिणाम‘आॅनर किलिंग’के रूप में सामने आया। 8 दिसम्बर,2012 को रामजी कुमार,सोनी कुमार और गर्भ में पलने वाले शिशु की हत्या कर दी गयी। मामला गर्दनीबाग थाने में दर्ज है। न्याय की तलाश में किशुनदेव राय भटक रहे हैं। अनुमण्डलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी का कार्यालय में आकर आवेदन दिये।
इस कांड का संक्षिप्त विवरणः दिनांक 8.6.12 को आवेदक किशुनदेव राय पिता स्व0 शिव प्रसाद राय ग्राम- एतवारपुर,पो0कुरथौल,अंचल-फुलवारीशरीफ,थाना-परसा बाजार,जिला-पटना के लिखित आवेदन के आधार पर गर्दनीबाग थाना कांड संख्या-172/12 दिनांक-8.6.12धारा-354/34भा0द0संहिता कांड दर्ज कर अनुसंधान कार्य किया गया।अनुसंधान के क्रम में इस कांड में नामजद अभियुक्त (1) जयप्रकाश राय,(2)विजय नंदन राय पेसरान स्व0राम सिहासन राय(3)सविता देवी पति विजय नंदन राय सभी घर -काजीचक थाना-कोइलवर जिला आरा को गिरफ्तार किया गया। तीनों नामजद अभियुक्तों ने अलग-अलग अपनी स्वीकारोक्ति बयान में बतलाया कि इनकी बहन सोनी कुमारी अपने मन से रामजी राय के साथ कोर्ट में शादी कर लिया जो कि उनमें मन एवं परिवार के लोगों को बहुत ही खराब लगा तब अपनी प्रतिष्ठा हनन हाने की बात समझकर अपनी बहन एवं रामजी राय की हत्या करने की साजिश रचे तथा सभी नामजद अभियुक्त मिलकर षडयंत्र के तहत सोनी कुमारी एवं रामजी की कर दिये। अपने स्वीकारोक्ति बयान में तीनों ने बतलाया कि हत्या कर उनके मोबाइल दाब तथा बेग को घर के आंगन में गाढ़े है तथा मोटर साइकिल को नेउरा रेलवे स्टेशन के मोटर गैरेज में रख दिये तथा लाश को सोन नदी के किनारे छुपा दिये हैं।उनके बताये अनुसार सभी स्थानों पर छापामारी करने पर सभी समान बरामद किया गया तथा तीनों नामजद अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया। वरीय प्र0पदा0ने अनुसंधान और बयान के आधार पर निर्मित आरोप पत्र को मंजूरी प्रदान कर दिया। इस कांड के सभी नामजद अभियुक्तों एवं बयान के आधार पर धारा 364/302/201/120बी 73 ए भा.द0वि0के अन्तर्गत साक्ष्य है तथा आरोप पत्र पर पूर्णरूपेण सही पाया है। इस कार्ड में गिरफ्तार नामजद अभियुक्त (1) की स्थिति में आरोप पत्र सं0 193/12 दिनांक 7.9.12 धारा- 364/302/201/120(बी)/34 भा0द0वि0 के अन्तर्गत न्यायिक हिरासत में भेजा गया। इस तिहरे हत्याकांड के 6 साक्षी हैं। किशुनदेव राय,पिता स्व0शिव प्रसाद राय,रामाशीष ठाकुर,पिता पोखन ठाकुर,अमरावती देवी पति रामाशीष ठाकुर,रीता देवी जौजे किशुनदेव राय,दीनानाथ पासवान और शंकर राय पिता- रघुपति राय हैं।
असहाय निशक्त मूकवधिर सेवा उत्थान समितिः इस समिति के सचिव सुभाष राय ने 20/6/2016 को पत्रांक 104 के माध्यम से महामहिम राज्यपाल महोदय को आवेदन लिखा है। इसका विषय है कि पटना थाना कांड संख्या-172/12 थाना-गर्दनीबाग,जिला-पटना पीड़ित परिवार 10 लाख रूपये मुआवजा एवं फरार अभियुक्त को गिरफ्तारी के संबंध मेें। निवेदन पूर्वक कहना है कि श्री किशुनदेव राय पिता-स्व0शिव प्रसाद राय गा्रम-एतवारपुर, पो0कुरथौल, अंचल-फुलवारीशरीफ,थाना-परसा बाजार ,जिला-पटना श्री किशुनदेव राय बी0पी0एल0परिवार का सदस्य है एवं एक पैर से लगड़ा भी है। जबसे पुत्र एवं पुत्रवधू की हत्या कर बालू में छिपाकर रखे गये थे।पहचानने लायक भी नहीं थी। उसी समय से श्री किशुनदेव राय उदाय दुखी एवं खाने-पीने के लिए मोहताज रहता है। आजतक किसी तरह का कोई सरकारी सहायता या मुआवजा नहीं मिला। दो छोटे-छोटे बच्चे लक्ष्मण कुमार (12साल) और रिंकी कुमारी(7साल) हैं। रहने के लिए छत नहीं,झोपड़ी करकट देकर गाय पालकर पति-पत्नी,बच्चे,गुजर-बसर करने के लिए मजबूर हैं। अतः श्रीमान् से प्रार्थना है कि मुआवजा एवं न्याय दिलवाने की कृपा करें। इसके लिए मैं आपका सदा आभारी रहूूंगा।
मृत्यु इच्छा की मांग की है जिलाधिकारी सेः किशुनदेव राय ने डीएम पटना के समक्ष आवेदन दिया है। इसमें पटना कांड संख्या-172/12 थाना- गर्दनीबाग, जिला-पटना अभियुक्त फरार मुन्ना राय,बुद्धन राय और श्याम कुमार की गिरफ्तारी एवं पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा के संबंध में प्रेषित किया है। आगे लिखा है कि मैं एक पैर से विकलांग हूं। मेरा नाम किशुनदेव राय स्व0 शिव प्रसाद राय,घर एतवारपुर, पो0कुरथौल, अंचल- फुलवारीशरीफ, थाना- परसा बाजार,जिला-पटना का निवासी हूं। मुझे आजतक किसी तरह की कोई सरकारी सहायता या मुआवजा नहीं मिली है। जैसे सामाजिक सुरक्षा पेंशन,इंदिरा आवास योजना एवं मुआवजा भी नहीं मिलने से बहुत दुखी एवं खाने-पीने के लिए मोहताज रहता हूं। इस लिए मन में आया कि हम भी किशुनदेव राय (पति)/रीता देवी (पत्नी) दोनों आत्महत्या कर लें। जैसे मेरे पुत्र व पुत्रवधु की हत्या कर बालू में गाड़ दिया गया। मगर आजतक गर्दनीबाग थाना द्वारा अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं कर पायी है। इस लिए मुझे आत्महत्या करने की इजाजत देने की कृपा करें। अतः श्रीमान् से प्रार्थना है कि जल्द से जल्द कार्रवाई करें । न्याय दिलवाने की कृपा की जाये।
कई समस्याओं से जूझने वाले किशुनदेव राय ने सीएम नीतीश कुमार से तिहरे हत्याकांड की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की है। किशुनदेव राय के पुत्र रामजी राय और राम सिहासन राय की पुत्री सोनी कुमारी हैं। दोनों के सहयोग से सोनी कुमारी के गर्भ में शिशु पल रहा था। प्रतिष्ठा हनन होने के कारण षडयंत्र रचकर (1) जयप्रकाश राय,(2)विजय नंदन राय, (3)सविता देवी, (4)विजय नंदन राय, (5) मुन्ना राय,(6)बुद्धन राय और (7)श्याम कुमार ने सोनी कुमारी,रामजी राय और गर्भ में पलने वाले शिशु की हत्या कर दी। (1) जयप्रकाश राय,(2)विजय नंदन राय, (3)सविता देवी, और (4)विजय नंदन राय गिरफ्तार कर जेल भेजे गये। एक साल से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर आ गये हैं। शेष मुन्ना राय,बुद्धन राय और श्याम कुमार फरार चल रहे हैं।
आलोक कुमार
पटना।
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