नयी दिल्ली 04 अगस्त, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने आज कहा कि श्री केजरीवाल को ध्यान केंद्र में जाने की बजाए दिल्ली की समस्याओं को दूर करने पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए। पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री अजय माकन और श्री मीम अफजल ने आज कहा कि श्री केजरीवाल ने अपनी सरकार के 18 महीने केंद्र के साथ अपनी शक्तियों को लेकर अनावश्यक टकराव में बर्बाद कर दिए हैं। श्री माकन ने कहा कि संविधान में केंद्र और दिल्ली के बीच शक्ति के विभाजन का स्पष्ट उल्लेख है।
दिल्ली में उपराज्यपाल की शक्तियों को लेकर आज उच्च न्यायालय का फैसला आया जिसमें उच्च न्यायालय ने कहा कि उपराज्यपाल नजीब जंग ही दिल्ली के प्रशासनिक प्रमुख हैं। श्री अफजल और श्री माकन ने कहा कि दिल्ली एक केंद्र शासित प्रदेश है और देश की राजधानी के रूप में इसकी एक विशेष स्थिति है। इसलिए वर्चस्व का श्री केजरीवाल का यह दावा कानूनी रूप से तर्कसंगत नहीं है।
श्री अफजल ने कहा कि दिल्लीवासी पानी और बिजली की कमी के अलावा स्वच्छता और विकास की कमी जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री केजरीवाल को इसकी कोई चिंता नहीं है।
श्री माकन ने कहा कि श्री केजरीवाल को अपने पूर्ववर्तियों शीला दीक्षित, मदन लाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज का ध्यान रखना चाहिए और विशेष स्थिति प्राप्त करने की उम्मीद छोड़ देनी चाहिए। श्री माकन ने कहा कि श्री केजरीवाल को न्यायालय के फैसले को समझना चाहिए जिसमें न्यायालय ने दिल्ली को एक केन्द्र शासित केंद्र शासित प्रदेश बताया है।
कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि श्री केजरीवाल को आरोप प्रत्यारोप की बजाए दिल्ली में जल जमाव की समस्या और परिवहन व्यवस्था को दुरुस्त करने पर ध्यान देना चाहिए।
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