- गांधी मैदान से निकलेगा बंद का मुख्य जुलूस., बैंक व आवश्यक सेवाओं को रखा गया है बंद से मुक्त
पटना 27 नवम्बर 2016, नोटबंदी के खिलाफ राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद के तहत आहूत 28 नवंबर के बिहार बंद की तैयारी पूरी कर ली गयी है.बंद से बैंक और अन्य आवश्यक सेवाओं को मुक्त रखा गया है. माले पोलित ब्यूरो सदस्य काॅ. धीरेन्द्र झा ने कहा कि राजधानी पटना सहित राज्य के अन्य जिला केंद्रों, चट्टी-बाजारों, खेत-खलिहानों, कारखानों, विद्यालयों में बंद के समर्थन में प्रचार, नुक्कड़ सभायें आयोजित की गयीं. कल का बंद असरदार होने वाला है और इसे मिहनतकश जनता के हर हिस्से का समर्थन मिलने वाला है. उधर, राजधानी पटना में आज भी बंद के समर्थन में प्रचार जत्था निकला. राजधानी पटना में मुख्य इलाकों के अलावा चितकोहरा, कंकड़बाग और पटना सिटी में भी बंद के प्रचार की गाड़ी निकली हुई है. भोजपुर, अरवल, जहानाबाद, सिवान, गोपालगंज, दरभंगा, भागलपुर, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर आदि जिला केंद्रों व चट्टी बाजारों में नोटबंदी के पीछे कारपोरेट घराने को छूट देने की मोदी की असली मंशा को पर्चा, नुक्कड़ सभा, मोटरसाइकल मार्च आदि के जरिए प्रचारित-प्रसारित किया जा रहा है.
भाकपा-माले राज्य कमिटी सदस्य काॅ. कमलेश शर्मा, सीपीआईएम नेता काॅ. शंकर साह, एसयूसीआई (सी) नेता काॅ. राजकुमार, इनौस नेता मनीष कुमार सिंह, आइसा के नेता संतोष आर्या तथा सीपीआई के अनंत शर्मा नेताओं ने आज पटना शहर में कई जगहों पर नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया. गांधी मैदान स्थित कारगिल चैक, स्टेशन गोलंबर, सचिवालय, पटना यूनिवर्सिटी इलाका आदि जगहों पर नुक्कड़ सभायें आयोजित की गयीं. अपने संबोधन में वक्ताओं ने कहा कि नोटबंदी का सबसे बुरा असर मजदूर वर्ग और मिहनतकश समुदाय पर ही पड़ा है. दिहाड़ी मजदूर, खेत मजदूर, किसान, मछलीउत्पादक, मनरेगा मजदूर, कारखाना वर्कर आदि मिहनतकश समुदाय के पास विनिमय का एक मात्र साधन कैश ही था, लेकिन सरकार ने एक झटके में इस तबके को तबाह कर दिया है. वे बेहद कष्ट और अनकही पीड़ा से गुजर रहे हैं.
वक्ताओं ने आगे कहा कि किसानों की हालत बद से बदतर कर दी है. यह बुआई का समय है, लेकिन किसानों को न तो खाद मिल रहा है और ही बीज. इसका बेहद नकारात्क असर खेती पर पड़ेगा. सहकारी बैंकों द्वारा कैश ट्रांसफर बेहद देरी से उठाया गया कदम है, जबकि किसानों का सबसे जीवंत संबंध इसी बैंक से होता है. इसलिए सरकार को किसानों के सभी कर्जे तत्काल माफ करने चाहिए और पूंजीपतियों का 11 लाख करोड़़ का बकाया उनकी संपत्ति जब्त कर वसूल की जाए. दीघा विधानसभा के विभिन्न इलाकों में माले की केंदीय कमिटी सदस्य शशि यादव, माले के पटना जिला कमिटी के सदस्य मुर्तजा अली व आइसा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य आकाश कश्यप ने चितकोहरा, अनीसाबाद, खगौल, गर्दनीबाग, सचिवालय आदि क्षेत्रों में नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया. बंद के समर्थन में अपने वक्तव्य में शशि यादव ने कहा कि मोदी सरकार के एक फैसले की वजह से आज सारी महिलायें शक के घेरे में आ गयी हैं. उनका धन काला धन साबिज हो गया है, लेकिन असली काले धन वाले चैन की नींद सो रहे हैं.
पटना सिटी में नसीम अंसारी, नवीन कुमार, अनय मेहता और शंभूनाथ मेहता ने प्रचार की कमान संभाल रखी है. कंकड़बाग माले राज्य कमिटी सदस्य रणविजय कुमार, पन्नालाल सिंह, अशोक कुमार, तारिक अनवर आदि नेताओं ने बिहार बंद के समर्थन में प्रचार अभियान को संगठित किया.
काॅ. दीपंकर बिहार बंद में होंगे शामिल
बिहार बंद में भाकपा-माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य भी शामिल होंगे. वे बंद में शामिल होने के लिए कल सुबह पटना पहुचेंगे. बंद का मुख्य जुलूस 12 बजे गांधी मैदान से निकलेगा बिहार बंद का मुख्य जुलूस 12 बजे गांधी मैदान (पहले जहां गांधी मूर्ति थी) वहां से निकलेगी.
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