नयी दिल्ली 24 नवंबर, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नोटबंदी से आर्थिक विकास में दो फीसदी की कमी आने के दावे और इसे ऐतिहासिक कुप्रबंधन बताये जाने पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये इस दावे को खारिज कर दिया और कहा कि पुराने नोट बंद किये जाने से मध्यम एवं दीर्घकाल में अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में ही राज्यसभा में नोटबंदी पर चर्चा करने पर विपक्ष के अड़े रहने के कारण अपराह्न दो बजे फिर से सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद श्री जेटली ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि जिनके कार्यकाल में घोटालों से देश में सबसे अधिक काला धन सृजित हुआ, वह अब नोटबंदी पर सवाल उठा रहे हैं। विपक्ष के नोटबंदी को बड़ी भूल बताये जाने पर उन्होंने कहा कि काला धन सृजित करने वालों को राष्ट्रमंडल खेल, काेयला और टू जी जैसे घोटाले उन्हें बड़ी भूल नहीं लगती। उन्होंने कहा कि जिनके कार्यकाल में काले धन सृजन वाले टू जी, कोयला जैसे कई बड़े घोटाले हुये वे अब कालेधन से निपटने के लिए की गयी नोटबंदी का विरोध कर रहे हैं। पूरा देश उनकी सरकार के कार्यकाल में जो हुआ, वह देख चुका है।
श्री जेटली ने विपक्ष पर सदन में चर्चा से भागने का आरोप लगाते हुये कहा कि पहले दिन बगैर किसी शर्त पर चर्चा हुयी और दूसरे दिन से विपक्ष के पास बाेलने के लिए कुछ बचा नहीं तो अनावश्यक मांग रखने लगे। चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री को सदन में आने की वे मांग कर रहे थे और आज प्रधानमंत्री सदन में आये। अब वे चर्चा के दौरान श्री मोदी की माैजूदगी की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री सदन में आयेंगे लेकिन विपक्ष के पास नोटबंदी को लेकर कोई तर्क वाला जवाब नहीं है। इसलिए विपक्ष चर्चा से भाग रहा है। नोटबंदी का आम लोगों के समर्थन करने के सरकार के दावे के मद्देनजर लोकसभा भंग करा कर आम चुनाव करने की बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती की मांग पर श्री जेटली ने कहा कि उत्तर प्रदेश में चुनाव होने वाला है और तब उनकी पार्टी की दशा उन्हें पता चल जायेगी। उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रधानमंत्री ने श्री मोदी की मौजूदी में राज्यसभा में नोटबंदी पर चर्चा में भाग लेते हुये आज कहा कि इससे देश की विकास दर में दो फीसदी की गिरावट आयेगी और यह ऐतिहासिक कुप्रबंधन है। उन्होंने नोटबंदी पर कई और सवाल भी खड़े किये।
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