लालू ने मोदी से किया सवाल , असली काले धन वालों का क्या होगा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 24 नवंबर 2016

लालू ने मोदी से किया सवाल , असली काले धन वालों का क्या होगा

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पटना 24 नवम्बर, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने काले धन को बाहर निकालने के लिए किये गये नोटबंदी के मुद्दे पर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर प्रहार किया और कहा कि काला धन के नाम पर पूंजीपतियों की गोद में बैठकर देश के करोड़ों लोगों को परेशान करना तर्कसंगत नहीं है। श्री यादव ने आज यहां कहा , “ हम काले धन के सख़्त विरोधी हैं। काले धन वालों को दबोचो। किंतु इसके नाम पर आप पूंजीपतियों की गोद में बैठकर आम लोगों को परेशान नहीं कर सकते। जिनके पास सचमुच काला धन है, उनको दबोचने में प्रधानमंत्री क्यों हिचकिचा, सकुचा रहे है? जिस व्यक्ति के एक निर्णय पर करोड़ों लोगों का जीवन टिका हो, क्या उसे बिना आव-ताव देखे, आवेश में आकर, मुखपृष्ठों पर छाने के लिए अनाप-शनाप निर्णय लेने का अधिकार है। ” राजद अध्यक्ष ने कहा कि एक पखवाड़े पूर्व अचानक देशवासियों को यह फ़रमान सुनाया गया कि चार घण्टे बाद देश की 86% मुद्रा सिर्फ़ कागज़ का टुकड़ा रह जायेगी। यह तुग़लकी फ़रमान था, कहावत के रूप में भी, भावात्मक रूप में भी और वास्तविक रूप में भी। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रधान 'सेवक' होने का दावा करने वाले व्यक्ति को बताना चाहिए कि उन्होंने कैसे इतना बड़ा कदम बिना सोचे विचारे देश की जनता पर थोप दिया। श्री यादव ने कहा , “ देश का किसान निर्धन सही, पर निर्बल नहीं है।भूखे किसान एवं निर्धन को सताने में प्रधानमंत्री को कौन सा नैसर्गिक सुख प्राप्त हो रहा है? जो हंगामा खड़ा किया गया है, उसके शोर-शराबे में करोड़ों लोगों के भूख और पीड़ा से कराहने की आवाज दब रही है, अब यह आवाज और नहीं दबेगी। ” इसके बाद श्री यादव ट्वीट करते हुए पूछा , “ इस कदम से भारतीय अर्थव्यवस्था में अव्यवस्था की छवि वाला जो नकारात्मक सन्देश पूरे विश्व में गया है, उससे उबरने में कितने सालों की बलि चढ़ेगी। प्रधानमंत्री बताये कि रुपये की कमजोरी और बदतर हालात का ज़िम्मेवार कौन है? इस कदम से सकल घरेलू उत्पाद ग्रोथ रेट जो गोते खाएगी, उसकी भरपाई में कितने वर्ष लगेंगे। ”

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