समग्र विकास के लिए शिक्षा में नैतिक मूल्य जरूरी : कोहली - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 23 नवंबर 2016

समग्र विकास के लिए शिक्षा में नैतिक मूल्य जरूरी : कोहली

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नई दिल्ली, 23 नवम्बर 2016, गुजरात के राज्यपाल श्री ओ. पी. कोहली ने राष्ट्रीय एकता एवं समग्र विकास के लिए शिक्षा में नैतिक मूल्यों की उपयोगिता को उजागर करते हुए कहा कि राष्ट्र के चरित्र निर्माण में सुखी परिवार अभियान का महत्वपूर्ण योगदान है। गणि राजेन्द्र विजय गुजरात के आदिवासी अंचलों में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं, गुजरात में ऐसे ही गैर सरकारी संगठनों के प्रयत्नों से संतुलित विकास को संभव बनाया जा सकता है। श्री कोहली ने आज गुजरात भवन में सुखी परिवार अभियान के प्रणेता गणि राजेन्द्र विजयजी के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल से चर्चा करते हुए उद्गार व्यक्त किए। श्री कोहली ने कहा कि भारत की प्राचीन संस्कृति रही है कि यहां वैभव सदा त्याग के चरणों में लुटता रहा है। आज त्याग के मूल्य को प्रतिष्ठित करके ही हम राष्ट्रीय चरित्र को सुरक्षित कर पायेंगे। इस अवसर पर सुखी परिवार फाउंडेशन के संयोजक श्री ललित गर्ग एवं समग्र जैन समाज के प्रतिनिधि श्री दीपक जैन ने सुखी परिवार अभियान के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि आदिवासी शिक्षा और उत्थान के लिए गणि राजेन्द्र विजय गुजरात के आदिवासी अंचल के कवांट, बलद गांव, बोडेली आदि में अनेक गतिविधियां संचालित कर रहे हैं। 

गणि राजेन्द्र विजय ने कहा कि वर्तमान में विसंगतियां दृष्टिगोचर हो रही है, वे भले ही राजनीति में हो, धर्मनीति में हो, समाजनीति में हो या अर्थनीति में हो उन्हें दूर करने का प्रयास जहां कहीं भी हो, उसका स्वागत होना चाहिए। इसके लिए जनमत को जागृत करना आवश्यक है। जनता जागरूक होगी तो राजनेता भी अच्छे होंगे। इसके लिए सामुदायिक चेतना को जगाना आवश्यक है। इसी उद्देश्य को लेकर हम सुखी परिवार अभियान के कार्यक्रमों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने आदिवासी अंचल में संचालित हो रही जनकल्याणकारी गतिविधियों की जानकारी देते हुए कहा कि भगवान महावीर के अपरिग्रह और असंग्रह के सिद्धांतों को अपनाकर ही आर्थिक विसंगतियों को दूर किया जा सकता है। गणि राजेन्द्र विजय ने आदिवासी अहिंसक ग्राम योजना की जानकारी देते हुए बताया कि सुखी परिवार फाउंडेशन की यह एक अभिनव आदिवासी उत्थान की योजना है जिसके अंतर्गत आदिवासी लोगों को निःशुल्क आवास उपलब्ध कराया जाएगा और इसके साथ-साथ आदिवासी लोगांे के लिए शिक्षा, सेवा, संस्कार-निर्माण, नशामुक्ति एवं महिला उत्थान के उपक्रम किये जायेंगे। 

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