रांची 25 नवम्बर, छोटा नागपुर टेनेंसी (सीएनटी) अधिनियम और संथाल परगना टेनेंसी (एसपीटी) अधिनियम में संशोधन के खिलाफ आज विपक्ष के झारखंड बंद का मिला-जुला असर रहा। राज्य भर में जहां बंद समर्थकों ने कई वाहनों में आग लगा दी वहीं इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन , बाबू लाल मरांडी समेत करीब नौ हजार बंद समर्थकों को गिरफ्तार किया गया। राजधानी रांची के इटकी रोड स्थित आइटीआइ बस स्टैंड में पूरे दिन सन्नाटा पसरा रहा। बसों का परिचालन पूरी तरह से ठप रहा। राजधानी के अधिकतर इलाकों में दुकाने बंद रही। रांची में दुकानों को बंद कराने सड़क पर उतरे पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन को अलबर्ट एक्का चौक पर उनके समथकों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। राज्य के विभिन्न जिलों में दोपहर तीन बजे तक कई प्रमुख नेताओं समेत करीब नौ हजार बंद समर्थकों की गिरफ्तारी हुई है। इनमें सर्वाधिक गिरफ्तारी जमशेदपुर से की गयी । गिरफ्तार होने वाले प्रमुख नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी , विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष आलमगीर आलम , पूर्व मंत्री सुरेश पासवान , बंधु तिर्की ,रामचन्द्र केसरी , जलेश्वर महतो ,जेवीएम विधायक प्रदीप यादव , कांग्रेस विधायक बादल पत्रलेख के अलावा पूर्व सांसद भुनेश्वर मेहता शामिल हैं।
राज्य की विभिन्न जिलों से मिल रही रिपोर्ट के अनुसार बंद समर्थकों ने दुमका में दो ट्रक सहित छह वाहनों में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के एसपी कॉलेज के नजदीक आग के हवाले कर दिया। वहीं दूसरी ओर जमशेदपुर में भी राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या -33 पर पीपला के समीप ट्रक में आग लगा दी गयी । बोकारो के जरीडीह में भी एक गाड़ी को आग के हवाले किया गया है। वहीं धनबाद में बंद शांतिपूर्ण रहने की सूचना है। वहीं दुमका से मिल रही रिपोर्ट के अनुसार दुमका में एसपी कॉलेज के समक्ष बंद समर्थक आक्रोशित हो गये और कई वाहनों में तोड़-फोड़ कर उन्हें आग के हवाले कर दिया। मामले की जानकारी मिलने के बाद हालत को काबू में करने के लिए पुलिस- प्रशासन के वरीय मौके पर पहुंच गये हैं। इससे पूर्व झारखंड मुक्ति मोर्चा , कांग्रेस, झारखंड विकास मोर्चा , राष्ट्रीय जनता दल ,जनता दल यूनाईटेड समेत वामदल के संयुक्त बंद को देखते हुए राजधानी रांची समेत राज्य के सभी प्रमुख शहरों में सुरक्षाबलों को सुबह से ही तैनात कर दिया गया था। विपक्षी पार्टियों ने आम लोगों, व्यवसायियों और ट्रांसपोर्टरों से बंद का समर्थन करने की अपील की थी। बंद के मद्देनजर राजधानी के निजी स्कूलों में छुट्टी कर दी गयी थी।
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