प्रद्योत कुमार,बेगूसराय। सदर अस्पताल बेगूसराय में पदस्थापित डॉ ए के सिंह ने अपने सुहृदनगर स्थित क्लिनिक में नागदह निवासी और बेगूसराय रंगमंच के सक्रीय अभिनेता एवं गम्भीर फिल्मों के अदाकार आलोक रंजन को एक अस्वाभाविक बीमारी के बारे में बताया और कहा कि यह बहुत ही रेयर बीमारी है।आज से दस दिनों पहले यह बीमार पड़ा और बेगूसराय के अन्य चिकित्सकों से इलाज़रत रहा सुधार नहीं होने पर दो दिन पहले शाम के लगभग 6 बजे पेट दर्द से बेचैनी की स्थिति में डॉ ए के सिंह के नीजि क्लिनिक पर अपने सहयोगी कलाकारों के द्वारा लाया गया,डॉ सिंह ने अपने चिकित्सीय अनुभव के आधार पर रोगी के लक्षण को देखते ही बता दिया कि पेट के आंतरिक हिस्से में रुकावट की वजह से उक्त परेशानी है तत्काल दवा शुरू कर रोगी के पैथोलॉजिक्ल जांच एवं अल्ट्रासाउंड की सलाह देते हुए भर्ती कर लिया और दूसरे दिन जांच रिपोर्ट आने के बाद चौंकाने वाली बात सामने आयी वो ये कि रोगी के पित्त की थैली में मरा हुवा किरमी(Ascaris) पाया गया इस जगह चिकित्सीय भूल रोगी को पेट में स्टोन या मास बता कर सर्जरी कर परेशानी के साथ-साथ लम्बा ख़र्च में डाल देता लेकिन डॉ ए के सिंह के चिकित्सीय अनुभव ने आलोक को बड़े संकट से बचा लिया।डॉ सिंह ने बताया कि,"Ascariasis एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज सही समय पर ना हो तो पित्त की थैली क्रियाविहीन हो जाती है और रोगी पेट की बीमारी से ग्रसित रहता है जिससे मानसिक विकृति भी रहती है,एक और अहम बात उन्होंने बताई कि अगर किरमी मस्तिष्क पर चला जाए तो इसका निदान दुरूह एवं काफी खर्चीला होता है,ऐसी दोनों ही स्थिति लाखों में एक होता है।"इसीलिए कहा गया है कि डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप है।
रविवार, 27 नवंबर 2016
बेगुसराय : विश्वास के बंधन में बंधा है डॉक्टर से मरीज़
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