नयी दिल्ली 24 नवम्बर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आज राज्यसभा में आने के कारण नोटबंदी पर पिछले छह दिन से जारी गतिरोध एक घंटे के लिए भले ही टूट गया और चर्चा दोबारा शुरू हुई लेकिन बाद में विपक्ष के हंगामे के सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई जबकि लोकसभा में भी आज छठे दिन कामकाज पूरी तरह नहीं हो सका। शून्यकाल में एक बार स्थगन के बाद 12 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो श्री मोदी आए और कार्यस्थगन प्रस्ताव पर पिछले सप्ताह बुधवार को शुरू हुई चर्चा आज फिर से शुरू हुई । श्री मोदी चर्चा के दौरान एक घंटे तक सदन में उपस्थित रहे और उसके बाद सदन की कार्यवाही भोजनावकाश के लिए स्थगित कर दी गई लेकिन जब भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो विपक्षी सदस्यों ने श्री मोदी के सदन में उपस्थित होने की फिर से मांग शुरू कर दी, जिसके कारण इतन हंगामा हुआ कि अपराह्न तीन बजे सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी। तीन बजे सदन की कार्यवाही जब फिर शुरू हुई तो वही दृश्य उपस्थित हो गया और विपक्षी सदस्य फिर श्री मोदी को सदन में बुलाने की मांग करने लगे। विपक्ष के अड़ियल रुख को देखते हुए उपसभापति श्री कुरियन सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी। लोकसभा में भी विपक्षी सदस्यों के जोरदार हंगामे के कारण आज भी कोई विधायी कार्य नहीं हो सका और सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी। एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा जैसे ही शुरू हुई, अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री एवं जनता दल सेक्यूलर के सदस्य एच डी देवेगौड़ा सहित विभिन्न दलों के सदस्यों के कार्यस्थगन प्रस्ताव को अस्वीकार किये जाने की घोषणा की। इसके बाद सदस्य हंगामा करते हुए आसन के पास पहुंच गये। अध्यक्ष ने भारी शोर-शराबे के बीच ही सदन पटल पर जरूरी दस्तावेज रखवाये और उसके तुरंत बाद कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने समाजवादी पार्टी (सपा)के सदस्य अक्षय यादव द्वारा प्रश्नकाल के दौरान विरोधस्वरूप कागज फाड़कर आसन के समक्ष फेंके जाने को संसद की कार्यवाही संचालन से संबंधित नियमों का उल्लंघन करार देते हुए उन्हें चेतावनी दी कि वह भविष्य में ऐसी गलती न करें। श्रीमती महाजन ने कहा कि सपा सदस्य का यह कार्य संबंधित नियमावली के नियम 349 (21) के तहत अनुचित है। ऐसा करके सदस्य ने नियमों का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा, “सदस्य का व्यवहार अनुचित है और संसदीय गरिमा के विरुद्ध है। सदस्य को आगाह किया जाता है कि वह भविष्य में ऐसी गलती न करें।
गुरुवार, 24 नवंबर 2016
राज्यसभा में मोदी की मौजूदगी से गतिरोध टूटा
Tags
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें