नयी दिल्ली, 23 नवम्बर, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद देश में उपजे हालात को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को घेरते हुए आज सवाल किया कि कहीं कोई गड़बडी है जिसके कारण प्रधानमंत्री संसद में आने से डर रहे हैं। श्री गांधी ने कहा “नोटबंदी का फैसला प्रधानमंत्री ने लिया है। यह भी कहा जा रहा है कि इसकी जानकारी वित्त मंत्री अरुण जेटली तथा सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम को भी नहीं दी गयी। यह वित्त मंत्री का नहीं प्रधानमंत्री का फैसला है जिसके कारण देश को भारी नुकसान हुआ है। प्रधानमंत्री संसद में आएं और देश को बताएं कि उन्होंने यह फैसला क्यों लिया है। कहीं तो कोई कारण है जिससे वह डर रहे हैं।” संसद भवन परिसर में इस मुद्दे पर विपक्ष के संयुक्त धरने के दौरान और लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित होने के बाद श्री गांधी ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर संसद में चर्चा के दौरान सदन में रहना चाहिए। इस दौरान श्री गांधी ने नोटबंदी की घोषणा से पहले भारतीय जनता पार्टी के सांसदों को इसकी जानकारी दी गयी थी या नहीं, इसकी जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की अपनी मांग भी दोहरायी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ ही सभी विपक्षी दल काले धन के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं इसलिए सवाल काले धन का नहीं है बल्कि सवाल यह है कि देश की सवा अरब आबादी को आर्थिक अराजकता में किस वजह से धकेला गया है।
बुधवार, 23 नवंबर 2016
संसद में आने से क्यों डर रहे हैं प्रधानमंत्री: राहुल गांधी
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