नागपुर ,28 जनवरी, कप्तानी की अपनी नयी पारी में इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टीम को टेस्ट और वनडे सीरीज जिताने वाले कप्तान विराट कोहली के सामने यहां रविवार को मेहमान टीम के खिलाफ होने वाले दूसरे ट्वंटी-20 में हर हालत में जीत हासिल कर सीरीज को बचाने की चुनौती होगी। टीम इंडिया पहला मैच गंवाने के बाद तीन ट्वंटी-20 मैचों की सीरीज में 0-1 से पिछड़ी हुयी है। मेहमान इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट और वनडे सीरीज फतह करने वाली टीम इंडिया को कानपुर में हुये पहले ट्वंटी-20 में हार का सामना करना पड़ा था और इससे कहीं न कहीं मेजबान टीम तथा उसके कप्तान विराट का मनोबल डगमगाया होगा। टीम इंडिया ने तमाम दावों के बावजूद पहले मैच में जिस तरह का प्रदर्शन किया था वह एक बार खुद की तैयारियों को जांचने के लिये मजबूर कर देता है। यदि सीरीज तीन मैचों की हो तो पहला मुकाबला हारने वाली टीम के लिये चुनौती और कड़ी हो जाती है। भारतीय टीम के साथ भी कुछ ऐसा ही है। टीम इंडिया में स्टार खिलाड़ियों की भरमार है और ऐसे में टीम के प्रत्येक खिलाड़ी को अपनी जिम्मेदारी समझते हुये महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। टीम को अपने स्टार बल्लेबाज विराट पर निर्भरता भी कम करनी होगी। विराट ने पहले मुकाबले में अच्छी शुरुआत के बाद अपना विकेट गंवाया। उन्हें अपने विकेट की कीमत समझनी होगी। टीम में युवराज वापसी के बाद बेहतरीन लय में हैं। वह पुराने अंदाज में गेंदों पर प्रहार कर रहे हैं। सुरेश रैना की वापसी को भी संतोषजनक कहा जा सकता है। पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी सदाबहार हैं जबकि निचले क्रम में हार्दिक पांड्या उपयोगी पारियां खेलते हुये खुद को आलराउंडर के रूप में विकसित कर रहे हैं।
यदि पिछले मैच में नजर डालेें तो भारतीय बल्लेबाजी तथा गेंदबाजी दोनों में ही विश्वास की कमी नजर आयी। मेहमान बल्लेबाज जहां कमजोर गेंदों पर निर्मम प्रहार करते हुये आसानी से रन बना रहे थे वहीं भारतीय बल्लेबाजों का अपने खेल पर कोई नियंत्रण नहीं दिख रहा था। भारतीय ओपनरों को भी अपनी भूमिका समझनी होगी। लोकेश राहुल को अपने प्रदर्शन में सुधार लाना होगा ताकि टीम को एक अच्छी शुरुआत मिल सके। उन्हें कमजोर गेंदों का इंतजार करना चाहिये और स्ट्राइक रोटेड करने पर भरोसा जताना चाहिये। लंबे समय बाद वापसी कर रहे रैना ने कुछ अच्छे हाथ दिखाते हुये फार्म में होने के संकेत दिये। उन्हें अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलना होगा। पहले ट्वंटी-20 से पदार्पण कर रहे परवेज रसूल ने भी खासा निराश किया। हालांकि युवा युजवेन्द्र चहल ने अपने खेल से जरूर प्रभावित किया। अनुभवी अश्विन और जडेजा की अनुपस्थिति में इन दोनों खिलाड़ियों के पास शानदार मौका है कि वे यहां बेहतरीन प्रदर्शन कर अपना स्थान सुरक्षित करें।
गेंदबाजी में वनडे सीरीज में भारत की 2-1 से जीत में प्रभावित करने वाले ऑलराउंडर पांड्या और बुमराह के प्रदर्शन को खराब तो नहीं कहा जा सकता लेकिन उन्हें विकेट निकालने वाली गेंदें डालनी होंगी। अनुभवी आशीष नेहरा पहले मैच में जरूर कुछ मंहगे साबित हुये लेकिन वह कभी भी वापसी करने में सक्षम हैं और उनकी मौजूदगी मनोबल बढ़ाने वाली रहेगी। कामचलाऊ गेंदबाज के रूप में रैना हमेशा से हिट रहे हैं और कप्तान विराट को उनका पूरा उपयोग करना होगा। दूसरी तरफ मेहमान इंग्लिश टीम के लिये पिछली दोनों सीरीज गंवाने के बाद ट्वंटी-20 सीरीज में जीत के साथ शुरुआत करना निश्चित रूप से मनोवैज्ञानिक बढ़त लेने वाला रहा। हालांकि टीम के खिलाड़ियों की चोटों ने भी उसकी मुसीबत बढ़ा भी दी है। ओपनर एलेक्स हेल्स चोट के चलते सीरीज से बाहर हो गये है वहीं लेफ्टआर्म स्पिनर डेविड विली को कंधे में चोट है। भारतीय गेंदबाजों को मेहमान कप्तान इयोन माेर्गन ,जेसन रॉय ,जो रूट ,मोइन अली से जहां सावधान रहने की जरूरत है वहीं मैच अपने कब्जे में करने के लिये इनके विकेट जल्द निकालने की कोशिश करनी होगी। मोर्गन ने पिछले मैच में कप्तानी पारी खेलते हुये शानदार अर्धशतक जड़ा था। मेहमान गेंदबाज भी शानदार लय में हैं और गेंदबाज क्रिस जार्डन और टाइमल मिल्स अहम रहेंगे। टीम इंडिया को आलराउंडर बेन स्टोक्स से भी अतरिक्त रूप से सावधान रहना होगा।
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