भोपाल, 30 जनवरी, मध्यप्रदेश के धार जिले के कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने अपने विधानसभा क्षेत्र के एक गांव में पुलिस पर अपराधियों की धरपकड़ के नाम पर आदिवासी महिलाओं से दुष्कर्म और लूटपाट का आरोप लगाते हुए आदिवासियों की ओर से प्राथमिकी दर्ज कराने और एक उच्चस्तरीय न्यायिक जांच कमेटी से मामले की जांच कराने की मांग की है। श्री सिंघार ने आज राजधानी भोपाल में संवाददाताओं से कहा कि पिछले सप्ताह बुधवार को उनकी विधानसभा क्षेत्र के भुतिया व होलीबयड़ा गांव में पुलिस ने दबिश देकर चंद अपराधियों को पकड़ने के नाम पर आदिवासियों के घरों में घुस कर उन पर अत्याचार किए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस दौरान पुलिसकर्मियों ने चार महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया, लोगों को डराने के लिए गोलियां चलाईं और आंसूगैस के गोले छोड़े। उन्होंने पुलिस पर लोगों के घरों का सामान लूटने का भी आरोप लगाया। कांग्रेस विधायक ने कहा कि घटना के बाद एक पीडित महिला के पति पर पुलिस ने झूठा मामला दर्ज करा दिया। उन्होंने धार पुलिस अधीक्षक (एसपी) पर मामले को दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे महिलाओं का मेडिकल परीक्षण कराने के लिए उन्हें जिला अस्पताल लेकर गए, लेकिन एसपी ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पर दबाव डलवाते हुए केवल एक चिकित्सक से उनका परीक्षण करवाया, जबकि ऐसे मामलों में एक पैनल से मेडिकल परीक्षण करवाया जाता है। कथित तौर पर दुष्कर्म का शिकार महिलाओं की पीड़ा को राजधानी तक पहुंचाने के लिए उन्हें अपने साथ भोपाल लाए कांग्रेस विधायक श्री सिंघार ने शासन से आदिवासियों की तत्काल प्राथमिकी दर्ज कराने और एक उच्च स्तरीय न्यायिक जांच समिति से पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है। श्री सिंघार ने जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक का स्थानांतरण करने और कार्यवाही में लिप्त बताए जा रहे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रायसिंह नरवरिया समेत अन्य अधिकारियों को निलंबित करने की भी मांग की। श्री सिंघार ने कहा कि वे इस मामले को लेकर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ऋषि शुक्ला से मिलेंगे। साथ ही इस मुद्दे को वे राज्य महिला आयोग तक भी ले जाएंगे।
सोमवार, 30 जनवरी 2017
कांग्रेस विधायक का आरोप, पुलिस ने आदिवासी महिलाओं से किया दुष्कर्म
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