भोपाल, 28 जनवरी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की पोलित ब्यूरो सदस्य एवं पूर्व सांसद सुभाषिणी अली सहगल ने केंद्र सरकार के नोटबंदी निर्णय को पूरी तरह अनुचित बताते हुए आज कहा कि इसकी वजह से उद्योगों पर विपरीत प्रभाव पडा है और नौकरी में लगे अनेक लोगों की छंटनी भी हुयी है। सुश्री सहगल ने यहां संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि नोटबंदी का देश के साथ ही मध्यप्रदेश के गांवों, शहरों, उद्योगों और खेती एवं राेजगार पर भी विपरीत प्रभाव पडा है। असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को काम नहीं होने की वजह से गांव वापस लौटना पड रहा है। उन्होंने नोटबंदी को सरकारजनित असाधारण राष्ट्रीय आपदा निरूपित करते हुए कहा कि इस वजह से लोगों को होने वाली परेशानियों से निपटने के लिए सरकार को आवश्यक कदम उठाने चाहिए। पूर्व सांसद ने कहा कि केंद्र सरकार को बैंकों से पैसे निकालने संबंधी पाबंदियां तत्काल हटाना चाहिए। किसानों के रिण माफ किए जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बैंक में नोट बदलवाने के लिए लाइन में लगने के दौरान अनेक लोगों की मौत हुयी है और ऐसे लोगों के आश्रिताें को पर्याप्त मुआवजा दिया जाना चाहिए। वामपंथी नेता ने कटनी के बहुचर्चित हवाला कांड के कारण सुर्खियों में आए राज्य के मंत्री संजय पाठक का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्री पाठक के खिलाफ कार्रवाई की बजाए वहां के पुलिस अधीक्षक को ही हटा दिया, जो इस मामले की पूरी ईमानदारी से जांच कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसे मंत्री के खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए और यदि मुख्यमंत्री ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो उन्हें अपने पद पर बने रहने का अधिकार नहीं हैं। तीन दिन तक चली माकपा राज्य समिति बैठक में राज्य में वामपंथी एवं अन्य लोकतांत्रिक दलों तथा सामाजिक आंदोलनों को एकजुट कर संघर्ष छेडऩे की योजना बनायी गयी। विभिन्न ज्वलंत मुद्दों को लेकर इन सबसे संपर्क समन्वय करके विधानसभा के आगामी बजट सत्र के दौरान राजधानी में प्रदर्शन की तैयारी वामपंथी दल कर रहे हैं।
शनिवार, 28 जनवरी 2017
नोटबंदी का उद्योगों पर विपरीत प्रभाव पडा : सहगल
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