जाट आंदोलन दूसरे दिन भी जारी, बुजुर्ग और महिलाओं के हाथ कमान - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 30 जनवरी 2017

जाट आंदोलन दूसरे दिन भी जारी, बुजुर्ग और महिलाओं के हाथ कमान

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हिसार. 30 जनवरी, हरियाणा के रोहतक, हिसार और जींद सहित लगभग 19 जगहों पर सरकारी नौकरियों में आरक्षण सहित छह मांगों को लेकर अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के आह्वान पर जाटों का कल से शुरू हुआ आंदोलन आज दूसरे दिन भी जारी रहा तथा इसकी कमान बुर्जुगों और महिलाओं ने सम्भाल ली है। हिसार जिले में रामायण रेलवे लाइन के निकट चल रहे धरने में आज बड़ी संख्या में महिलाएं भी पहुुंची। धरने में शामिल लोगों ने नारेबाजी कर आरक्षण को अपना हक बताया और कहा कि आरक्षण समेत सभी छह मांगे मनवाने के लिए उनका संघर्ष जारी रहेगा। दूसरे दिन भी धरनास्थल पर पहले से ज्यादा भीड़ नजर आई और महिलाएं भी धीरे-धीरे धरनास्थल पर पहुंंचने लगीं। इस धरने की कमान पूरी तरह से बुजुर्गों और महिलाओं के हाथ में है। धरने के दौरान युवाओं के केवल भोजन, चाय-पानी और अन्य व्यवस्थाओं तक ही सीमित रखा गया है। प्रशासन ने रेलवे फाटक और धरनास्थल के चारों आेर किसी भी स्थिति से निबटने के लिए आरएएफ, अर्द्ध सैनिक बल और पुलिस के जवान तैनात किये हैं। धरनास्थल से लगभग 100 मीटर की दूरी पर रेलवे लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही और राष्ट्रीय राजमार्ग भी वाहनों का आवागमन पूरी तरह से सामान्य रहा। आंदोलनकारियों को सम्बोधित करते हुए समिति के प्रदेश प्रवक्ता रामभगत मलिक ने कहा कि सरकार कथित तौर पर वादा-खिलाफी कर उन्हें आंदोलन करने के लिए मजबूर कर रही है। सरकार ने उनकी छह मांगें एक साल पहले पूरी करने का वादा किया था लेकिन इनमें से आज तक एक भी पूरी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इस बार उनकी लड़ाई आर-पार की है और अधिकाधिक लोग जुटाकर लोकतांत्रिक ढंग से सरकार को झुकाएंगे और आरक्षण लेकर ही दम लेंगे।




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