पणजी, 28 जनवरी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि विधानसभा चुनावों के तय कार्यक्रम को लेकर विपक्षी पार्टियों की ओर से चुनाव आयोग पर सवालिया निशान लगाने से स्पष्ट हो गया है कि वे पहले से ही हार के लिए तैयार हैं और इस तरह के बहाने ढूंढ रही हैं। श्री मोदी ने शहर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा 'इस चुनाव में मैंने एक पार्टी का बयान पढ़ा है, पार्टी कह रही है कि उन्हें इस बात को लेकर बहुत आश्चर्य हुआ है कि पंजाब और गोवा चुनाव की तारीख एक ही दिन चार फरवरी को है और दोंनों में एक ही चरण में मतदान का आयोजन निर्धारित किया गया है। वे कह रहे हैं कि चुनाव आयोग पर प्रधानमंत्री कार्यालय के दवाब के कारण यह हुआ है। इसका अर्थ है वे हार के लिए पूरी तरह तैयार हैं तथा वह इस तरह के बहाने खोज रहे हैं। यदि वे चुनाव हार जाते हैं तो कहेंगे कि चुनाव आयोग ने ऐसी तारीखें तय की थी जिसकी वजह से हम हारें।' प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जैसे लोकतंत्र में चुनाव आयोग जैसी वैधानिक संस्थाओं पर सवालिया निशान लगाना या उनकी आलोचना करने से जनता का एेसी संस्थाओं से विश्वास उठ जाएगा। यह एक लोकतंत्र है और हमें अपनी संस्थाओं के प्रति विश्वास को बढ़ाना है। श्री मोदी ने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की तारीफ करते हुए कहा कि वह एक मजबूत रक्षा मंत्री देने के लिए गोवा का धन्यवाद करते हैं। पूरा विश्व सर्जिकल स्ट्राइक पर बहस कर रहा है और लोग अभी भी यह जानने की कोशिश कर रहे हैं यह कैसा हुआ और हमारे जवान वहां किस प्रकार पहुंचे। हालांकि श्री मोदी ने इस बात का जिक्र नहीं किया क्या श्री पर्रिकर की राज्य की राजनीति में संभावित वापसी होगी। गौरतलब है कि मई 2014 में जिस समय मोदी सरकार का गठन हुआ था उस वक्त श्री पर्रिकर गोवा के मुख्यमंत्री थे और उन्हें बाद में मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। अभी हाल ही में केंद्रीय मंत्री और गोवा के प्रभारी नितिन गडकरी ने संकेत दिये थे कि यदि चुनाव के बाद विधायकों की सहमति हो तो केंद्रीय मंत्री को भी मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी कह चुके हैं कि श्री पर्रिकर चाहे जहां भी रहें राज्य की अगली सरकार उन्हीं के नेतृत्वों में होगी।
शनिवार, 28 जनवरी 2017
पहले ही हार मान चुकी है विपक्षी पार्टियां : मोदी
Tags
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें