बुलन्दशहर, 30 जनवरी, भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम आस्था के प्रतीक है और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनती है, तो अयोध्या में एक वर्ष के भीतर राम मंदिर बनकर तैयार हो जायेगा। बुलंदशहर सदर प्रत्याशी वीरेन्द्र सिरोही के समर्थन में जनसभा को सम्बोधित करते हुए भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने यहां कहा है कि राम का नाम आस्था का प्रतीक है। देश में अब ऐसा वातावरण बन गया है कि जनता अयोध्या में राम मन्दिर बनाये जाने के पक्षधर है। प्रदेश में यदि भाजपा की सरकार बनती है, तो अयोध्या में एक एक वर्ष के अंदर राम मंदिर बनकर तैयार हो जायेगा। उच्चतम न्यायालय में राम मंदिर का मुद्दा होने पर भाजपा सांसद ने कहा कि कई मसले ऐसे भी होते हैं,जो न्यायालय के बाहर भी निपटा लिये जाते हैं। यह तो चुनाव बाद ही पता चलेगा कि उत्तर प्रदेश में राम मंदिर कैसे बनेगा। योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा)और कांग्रेस के गठबन्धन पर निशाना साधते हुए कहा कि देश और उत्तर प्रदेश में अभी जिस प्रकार के अराजकता का माहौल छाया हुआ है, उसके पीछे कांग्रेस और सपा की अहम भूमिका है। प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। आम आदमी की कहीं सुनवाई नहीं है। माफियाओं का वर्चस्व कायम है। योगी ने कहा कि यह गठबन्धन भाजपा को रोकने के लिए तैयार किया गया है, इसके बावजूद प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी। लेकिन वह नहीं चाहती की प्रदेश में एक ईमानदार सरकार का गठन हो जिससे विकास को बढावा मिले और रोजगार का सृजन हो। आम नागरिक सत्तारूढ सरकार से त्रस्त होकर प्रदेश में परिवर्तन चाहती है। उन्होंने भारी बहुमत से भाजपा की सरकार बनाने के लिए लोगों से अपील की। उन्होंने कहा कि 2014 लोकसभा चुनाव के घोषणा पत्र में किये गये सारे वादे को पूरा करने के लिऐ भाजपा वचनबद्ध है। जीत के बाद मुख्यमंत्री बनाये जाने के प्रश्न पर गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि पार्टी का संसदीय बोर्ड जो तय करेगा, वह सभी को मान्य होगा। इस बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
सोमवार, 30 जनवरी 2017
भाजपा की सरकार बनने के एक साल में अयोध्या में बनेगा राम मंदिर : आदित्यनाथ
Tags
# उत्तर-प्रदेश
# राजनीति
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
राजनीति
Labels:
उत्तर-प्रदेश,
राजनीति
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें