गणतंत्र दिवस सेना आैर शहीदों के प्रति आदर भाव प्रकट करने का अवसर : मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 29 जनवरी 2017

गणतंत्र दिवस सेना आैर शहीदों के प्रति आदर भाव प्रकट करने का अवसर : मोदी

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नयी दिल्ली,29 जनवरी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि गणतंत्र दिवस केवल देश में लोकतंत्र की स्थापना का उत्सव ही नहीं बल्कि देश की सेना और सुरक्षा बलों के प्रति आदर भाव प्रकट करने का अवसर भी है। आकाशवाणी पर प्रसारित मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर, विभिन्न वीरता पुरस्कारों से सम्मानित जवानों और शहीदों का स्मरण करते हुए श्री मोदी ने देशवासियों से आह्वान किया कि 30 जनवरी को राष्ट्रपति महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर सभी लोग सुबह 11 बजे, 2 मिनट का मौन रखकर देश के लिए प्राण न्योैछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि दें। उन्होंने सोशल मीडिया में अक्सर विभिन विषयों पर लिखने वाले देश के नौजवानों से अपील करते हुए कहा कि वे इस बार, जिन-जिन वीरों को सम्मान मिला है उनके संबंध में जानकारी जुटाएं । दो अच्छे शब्द लिखें और अपने साथियों तक उसे पहुंचाएं।’ऐसा करने से ज्यादा से ज्यादा लाेगों तक जवानों के साहस , उनकी वीरता और पराक्रम की बात पहुंचेगी । ये बातें गहराई से समझी जाएगीं। उस पर गर्व होगा और प्रेरणा भी मिलेगी। प्रधानमंत्री ने 26 जनवरी को कश्मीर में बर्फीले तूफान की चपेट में आकर जान गंवाने वाले जवानों के प्रति समवदेना व्यक्त करते हुए कहा,“एक तरफ़ हम सब 26 जनवरी की उमंग और उत्साह की ख़बरों से आनंदित थे, तो उसी समय कश्मीर में हमारे जो सेना के जवान देश की रक्षा में डटे हुए थे, वे हिमस्खलन के कारण वीर-गति को प्राप्त हुए। मैं इन सभी वीर जवानों को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूँ, नमन करता हूँ।” श्री मोदी ने एक फरवरी को तटरक्षक बल के 40 वर्ष पूरे होने के अवसर पर तटरक्षक बल की सेवाओं के लिए उन्हें बधाई दी और कहा कि तटरक्षक बल के अधिकारियों एवं जवानों को राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा के लिये वे धन्यवाद देते हैं। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि तटरक्षक बल देश में निर्मित अपने सभी 126 पोतों और 62 विमान के साथ विश्व के 4 सबसे बड़े तटरक्षक बल के बीच अपना स्थान बनाए हुए है। ‘वयम् रक्षामः’ के आदर्श वाक्य को चरितार्थ करते हुए, देश की समुद्री सीमाओं और समुद्री परिवेश को सुरक्षित करने के लिये बल के जवान प्रतिकूल परिस्थितियों में भी दिन-रात तत्पर रहते हैं। उन्होंने इस मौके पर तटरक्षक बल में काम करने वाली महिलाओं का विशेष जिक्र किया और कहा कि बहुत कम लोगों को मालूम है कि इस बल में महिलाएं भी शामिल हैं जो पुरुषो के साथ कंधे से कंधा मिलाकर समान रूप से अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं।




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