भोपाल, 28 जनवरी, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के सभी जिलों में सिंहस्थ ज्योति पदक का वितरण समारोह पूर्वक किया जाएगा, जिसमें संबंधित जिले के प्रभारी मंत्री और पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। श्री चौहान आज यहां पुलिस लाइन में सिंहस्थ ज्योति पदक और रुस्तम जी पुरस्कार वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने बेटियों के मान-सम्मान और गरिमा से जुड़े विषयों को पाठ्यक्रम में भी शामिल किये जाने की जरूरत बताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा सिंहस्थ-2016 के आयोजन में सेवा और समर्पण की अदभुत मिसाल कायम की है। पुलिस का व्यवहार, वाणी और दृष्टिकोण अदभुत था। उन्हाेंने कहा कि अच्छे कार्यों का सम्मान जरूरी है। श्री चौहान ने पुलिस के कार्य की कठिन स्थितियों का उल्लेख करते हुए कहा कि उसे जो कार्य सौंपा गया, उसने उसे सफलता से किया है। किसी समय दस्यु समस्या से पीड़ित प्रदेश में आज एक भी सूचीबद्ध गिरोह नहीं है। जेल ब्रेक की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि पुलिस की तत्परता ने बहुत बड़ी अनहोनी को रोक दिया। प्रदेश के मुखिया ने कहा कि माताओं-बहनों के साथ अपराध स्वीकार नहीं है। चिन्हित अपराधों में कड़ी कार्रवाई की जाए। अबोध बालिकाओं के साथ दुराचार करने वाले को फांसी के फंदे पर ही लटकाना चाहिए। इस संबंध में वैधानिक प्रावधानों के संबंध में अध्ययन करवाने और सुझाव प्राप्त करने के लिए कहा। उन्होंने प्रदेश को नशे के कंलक से मुक्त करवाने के लिए संकल्पित होने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि मद्य निषेध वाले राज्यों की व्यवस्थाओं का गंभीरता से अध्ययन करवाया जा रहा है। विगत चार वर्षों में नई शराब की दुकान नहीं खोली गई है। शराब निर्माण की फैक्ट्री भी नहीं लगने दी गई है। नर्मदा तट के किनारों पर शराब की दुकानें नहीं रहेगी।
मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह को भी सिंहस्थ ज्योति पदक से सम्मानित किया। इस अवसर पर श्री सिंह ने कहा कि पुलिस ने सिंहस्थ के सफल आयोजन द्वारा मध्यप्रदेश का गौरव बढ़ाया है। मध्यप्रदेश पुलिस का कार्य देश में सबसे अच्छा है। पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला ने स्वागत उदबोधन दिया। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ-2016 के वृहद् आयोजन को सफल बनाने में 25 हजार से अधिक पुलिस के अधिकारी-कर्मचारियों का योगदान है। कार्यक्रम में पुरस्कृत कर्मचारियों के प्रतिनिधि के रूप में अधिकारी-कर्मचारियों को सिंहस्थ ज्योति पदक से सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश पुलिस के प्रथम प्रमुख के.एफ. रुस्तमजी की स्मृति में पुरस्कार स्थापित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में तत्कालीन अपर मुख्य सचिव गृह और पुलिस महानिदेशक सहित अधिकारियों को पदक से सम्मानित किया। कार्यक्रम में राजस्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता, सहकारिता राज्य मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव बी.पी. सिंह और पूर्व पुलिस महानिदेशक सुरेंद्र सिंह भी मौजूद थे।
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