मुंबई, 06 फरवरी, सर्वोच्च अदालत की भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) में नियुक्त की गयी प्रशासकों की समिति(सीओए) ने पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और सचिव अजय शिर्के के कार्यालयों को बंद कर दिया है जबकि बीसीसीआई के मीडिया मैनेजर निशांत अरोड़ा की छुट्टी हो गयी है। प्रशासकों की समिति ने अपना प्रभार संभालने के बाद पहला बड़ा कदम उठाते हुये ठाकुर द्वारा नियुक्त किये गये कुछ पुराने पदाधिकारियों को बोर्ड से बेदखल कर दिया है। ठाकुर के दिल्ली और शिर्के के पुणे स्थित कार्यालयों को बंद कर दिया है और इन दोनों जगहों के स्टाफ को भी हटने के लिये कहा गया है। सर्वोच्च अदालत ने प्रशासकों की समिति को बोर्ड के संचालन के लिये नियुक्त किया है जिसमें पूर्व प्रवर्तन एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) विनोद राय, आईडीएफसी के महानिदेशक विक्रम लिमये, पूर्व भारतीय महिला क्रिकेटर डायना इडुलजी और इतिहासकार रामचंद्र गुहा शामिल हैं। समिति की सदस्य डायना ने क्रिकइंफो से कहा“ अब कोई अध्यक्ष नहीं है अौर कोई सचिव नहीं है। यह कार्यालय अब काम भी नहीं कर रहे हैं तो ऐसे कार्यालय में किसी स्टाफ को रखने की क्या जरूरत है। स्टाफ को इन कार्यालयों को छोड़ने के लिये कहा गया है और ये कार्यालय बंद कर दिये गये हैं। यह बात एक फरवरी को दिल्ली में सीओए की बैठक में तय की गयी थी।” इस बीच बीसीसीआई के मीडिया मैनेजर निशांत की छुट्टी हो गयी है। वह दिल्ली कार्यालय का हिस्सा थे। एक मीडिया रिपोर्ट में उनपर बीसीसीआई की खबरें ठाकुर को लीक करने का आरोप लगा था। समझा जाता है कि निशांत को मुंबई स्थित बोर्ड मुख्यालय में काम करने का विकल्प दिया गया था लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया और अपना इस्तीफा सौंप दिया।
सोमवार को बीसीसीआई की बंगलादेश के खिलाफ हैदराबाद में होने वाले एकमात्र टेस्ट को होने वाले विज्ञप्ति जारी हुई जिसमें चेतेश्वर पुजारा की आॅडियो क्लिप के बारे में बताया गया था। इस विज्ञप्ति में निशांत का नाम नहीं था जबकि चार फरवरी की बीसीसीआई की एक विज्ञप्ति में निशांत का नाम शामिल था। इडुलजी ने कहा“ भारतीय टीम के सपोर्ट स्टाफ के साथ जुड़े निशांत के बारे में कोई भी फैसला बोर्ड के सीईओ राहुल जौहरी करेंगे। निशांत मई 2015 में बीसीसीआई के साथ जुड़े थे और गत वर्ष भारत में हुये ट्वंटी 20 विश्वकप में टूर्नामेंट के मीडिया मैनेजर थे।” गत 30 जनवरी को इस समिति ने बोर्ड में पदभार संभाला था। बीसीसीआई के अधिकारियों की नियुक्ति और कार्यकाल फिलहाल उसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी जौहरी संभाल रहे हैं। सर्वाेच्च अदालत ने दो जनवरी को ठाकुर और शिर्के को उनके पदों से हटा दिया था। उन्हें बीसीसीआई में लोढा समिति की सिफारिशों को लागू करने में बाधा पैदा करने के आरोपों के तहत हटाया गया था। उच्चतम न्यायालय ने इससे पहले अधिकतर उन पदाधिकारियों को पदों से बेदखल किया है जो लोढा समिति की सिफारिशों के मानकों पर खरे नहीं उतरते हैं।
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