एच1बी वीजा मुद्दे का शीघ्र होगा समाधान : प्रसाद - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 10 फ़रवरी 2017

एच1बी वीजा मुद्दे का शीघ्र होगा समाधान : प्रसाद


नयी दिल्ली 10 फरवरी, अमेरिका में ट्रंप प्रशासन द्वारा एच1बी वीजा नियमों में प्रस्तावित बदलाव से परेशान भारतीय आईटी कंपनियों के मुद्दे को इलेक्ट्राॅनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय के समक्ष उठाया है और शीघ्र ही इसके समाधान की उम्मीद है। 

इलेक्ट्राॅनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज यहाँ संवाददाताओं से कहा कि भारतीय आईटी कंपनियाँ अमेरिका सहित दुनिया के 80 देशों में बेहतरीन सेवायें दे रही हैं। उन देशों के विकास में भी उनका योगदान है। उन्होंने कहा कि दुनिया के 200 शहरों में भारतीय आईटी कंपनियाँ मौजूद हैं और वर्ष 2015-16 में उनका निर्यात 160 अरब डॉलर अर्थात सात लाख करोड़ रुपये रहा है। 

उन्होंने कहा कि भारत की आईटी कंपनियाें ने अमेरिका में चार लाख लोगों को रोजगार के अवसर उवलब्ध कराये हैं और वहाँ की सरकार को 20 अरब डॉलर से अधिक का कर दिया है। अमेरिका की 500 फार्चुन कंपनियों को भारतीय कंपनियाँ सेवायें दे रही हैं। उन्हाेंने कहा कि नासकॉम ने इस मुद्दे पर उनके मंत्रालय से संपर्क किया है। 

उल्लेखनीय है कि इस मुद्दे पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने विदेश सचिव के साथ ही इससे जुड़े अन्य विभागों के सचिवों से भी गुरुवार को मुलाकात की थी। इससे पहले नासकॉम के प्रतिनिधियों ने भी श्रीमती सीतारमण से भेंट कर इस मुद्दे पर चर्चा की थी।

कोई टिप्पणी नहीं: