दिल्ली प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन का प्रांतीय सम्मेलन एवं प्रतिभा सम्मान समारोह - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 13 फ़रवरी 2017

दिल्ली प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन का प्रांतीय सम्मेलन एवं प्रतिभा सम्मान समारोह


  • मारवाड़ी समाज का राष्ट्र की उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान 

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नई दिल्ली, 13 फरवरी 2017, दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के कोषाध्यक्ष श्री विष्णु मित्तल ने कहा कि देश में मारवाड़ी समाज ही एक ऐसा समाज है जो राष्ट्रीय एकता, साम्प्रदायिक सौहार्द एवं उन्नतिशील राष्ट्र निर्माण में सहभागी रहा है। यह समाज राष्ट्र की आर्थिक उन्नति के साथ समग्र विकास के लिए निरन्तर प्रयासरत रहता है। इसमंे मारवाड़ी सम्मेलन जैसी संस्थाओं का महत्वपूर्ण योगदान है।  श्री मित्तल दिल्ली प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन के प्रांतीय अधिवेशन, प्रतिभा सम्मान समारोह एवं राजस्थानी सांस्कृतिक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बोल रहे थे। हिन्दी भवन के भव्य आॅडिटोरियम में आयोजित इस समारोह का उद्घाटन अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री प्रहलाद राय अग्रवाल ने करते हुए कहा कि दुनिया भर के लोगों में  राजस्थान की सतरंगी संस्कृति, शौर्य एवं वीरता, बहुरंगी आभा तथा स्थापत्य-शिल्प, खान-पान, पहवाना एवं लोक गीतों का ऐसा सम्मोहन है कि उसके आकर्षण में लोग बंध जाते हैं। यही कारण है कि सुदूर क्षेत्रों में मारवाड़ी समाज ने अपनी इन्हीं विशेषताओं के कारण अपनी एक विशेष पहचान बनायी है। इस अवसर पर श्री अग्रवाल ने दिल्ली प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्री राजकुमार मिश्रा को शपथग्रहण कराई एवं निवर्तमान अध्यक्ष श्री पवन गोयनका के उल्लेखनीय कार्यकाल के लिए उन्हें बधाई दी।


पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नंदलाल रूंगटा ने दिल्ली प्रदेश की उल्लेखनीय उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि मारवाड़ी समाज दिल्ली और एनसीआर में अपनी जनकल्याणकारी, सांस्कृतिक एवं सामाजिक गतिविधियों के लिए तत्पर है। इस समाज के लोगों ने अपनी प्रतिभा और मेहनत के जरिये हर क्षेत्र में कामयाबी हासिल की है। उन्होंने दिल्ली प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन की प्रगति की चर्चा करते हुए कहा कि बहुत कम समय में इस संस्था ने अपनी रचनात्मक एवं सृजनात्मक उपस्थिति के माध्यम से एक स्वतंत्र पहचान बनायी है। इस अवसर पर समाज के प्रतिभावान बच्चों एवं विशिष्ट प्रतिभाओं को प्रशस्ति पत्र प्रदत्त कर सम्मानित किया गया। श्री प्रमोद कुमार टिबड़ेवाल के संपादन में प्रकाशित समाज दर्पण के विशेषांक का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री संतोष सरार्फ, राष्ट्रीय महामंत्री श्री शिवकुमार लोहिया, राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री संजयकुमार हरलालका, प्रसिद्ध समाजसेवी श्री रामावतार किला, श्री विनोद किला, श्री वसंतकुमार पोद्दार, श्री बाबूलाल दुगड़, श्री ललित गर्ग, श्री मन्नालाल बैद, श्री श्यामसुुंदर चमड़िया, युवा अग्रवाल के संपादक श्री ओमप्रकाश अग्रवाल, मारवड़ी मेल के संपादक श्री प्रमोद कुमार गोयनका  आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। 
नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्री राजकुमार मिश्रा ने अपने भावी कार्यक्रमों की चर्चा करते हुए कहा कि समाज में व्याप्त आडम्बरों एवं अनावश्यक वैभव प्रदर्शन की घटनाओं को नियंत्रित करने की दृष्टि से जन जागृति लाई जाएगी। उन्होंने जन्म, विवाह एवं अन्य पारिवारिक अवसरों पर होने वाले फिजूलखर्ची एवं आडम्बरों को रोकने के लिए सार्थक प्रयत्न करने एवं ई कार्ड के प्रचलन को बढ़ावा देने का संकल्प व्यक्त किया और इसके लिए मारवड़ी समाज से सहयोग की अपेक्षा की। श्री मिश्रा ने मारवाड़ी समाज को एकजुट होने की अपील करते हुए कहा कि निश्चित ही उसके सकारात्मक परिणाम आयेंगे। उन्होंने कहा कि मारवाड़ी समाज ने अनेक क्षेत्रों में सफलता हासिल की है, लेकिन वह राजनीति के क्षेत्र में पीछे है। समाज को एकजुटता के साथ इस क्षेत्र में आगे आना चाहिए। पूर्व अध्यक्ष श्री पन्नालाल बैद ने संस्था के दिल्ली में कार्यालय स्थापना के लिए बल दिया और कहा कि सशक्त कार्यालय के माध्यम से ही सम्मेलन अपनी गतिविधियांे को नियोजित एवं प्रभावी ढंग से संचालित कर सकेगा।

श्री पवन गोयनका ने मारवाड़ी सम्मेलन के द्वारा संचालित की गयी विविध सांस्कृतिक, सामाजिक और संगठनात्मक गतिविधियों की जानकारी देते हुए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि उनके कार्यकाल में गाजियाबाद, उत्तरी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली एवं फरीदाबाद की शाखाएं गठित की गई और शीघ्र ही गुड़गांव एवं नोएडा की शाखाएं भी गठित की जायंेगी। उन्होंने उल्लेखनीय सदस्यता अभियान की जानकारी भी दी। कार्यक्रम का संयोजन श्री प्रमोद घोड़ावत ने किया। श्री राकेश चिंडालिया और उनकी मंडली ने विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। कार्यक्रम की संपूर्ण संयोजना श्री लक्ष्मीपत भूतोड़िया के नेतृत्व में प्रभावी एवं यादगार बनी। 

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