नयी दिल्ली 10 फरवरी, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने लोगों से सौर ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा देने की अपील करते हुए कहा है कि जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को रोकने तथा तेजी से घट रहे पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों को देखते हुए ही देश में 2020 तक 100 गीगावाट सौर ऊर्जा के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है ।
श्री मुखर्जी आज यहां राष्ट्रपति भवन परिसर में शुरू की गई सौर ऊर्जा परियोजना के पहले चरण के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे । इस परियोजना के तहत परिसर क्षेत्र में स्थित सात भवनों की छतों पर सौर ऊर्जा पैनल लगाए जाएंगे जिनके जरिए 670 किलोवाट सौर ऊर्जा पैदा की जाएगी ।
राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहा कि राष्ट्रपति भवन सिर्फ एक आवासीय स्थल भर नहीं है बल्कि अपने आप में एक छोटा शहर है जिसकी बिजली जरुरतें समय के साथ बढ़ती जा रही हैं, ऐसे में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल जरुरी हो गया है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा के तेजी से घटते पांरपरिक स्रोत आने वाली पीढ़ियों के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर सकते हैं, ऐसे में स्वच्छ ऊर्जा के तौर पर सौर ऊर्जा का इस्तेमाल जरुरी हो गया है । उन्होंने कहा कि भारत ने पेरिस जलवायु समझौते पर हस्ताक्षर कर यह संकल्प लिया है कि देश में 2030 तक 40 प्रतिशत बिजली गैर जिवाष्म स्रोतों से बनाई जाएगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें