नयी दिल्ली 07 फरवरी, राष्ट्रीय जनता दल के प्रेमचंद गुप्ता ने आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान आरक्षण को समाप्त करने संबंधी संघ के नेता का अखबरों में छपा बयान उद्धत किया तो विवाद खड़ा हो गया, सत्ता पक्ष के सदस्यों का कहना था कि श्री गुप्ता किसी ऐसे व्यक्ति पर आरोप नहीं लगा सकते जो सदन का सदस्य नहीं है। उन्होंने आरक्षण के संबंध में संघ के नेता का बयान भी गलत उद्धत किया है, इसलिए इसे सदन की कार्यवाही से निकाल दिए जाए। लेकिन श्री गुप्ता अपनी बात पर अडे रहे। उनका कहना था कि उन्होंने काेई आरोप नहीं लगाया, बल्कि उनका बयान रखा है। उनके समर्थन में कांग्रेस के जयराम रमेश, पी चिदम्बरम और कपिल सिब्बल भी आ गए। इस बीच उपसभापति पी जे कुरियन ने कहा कि जो व्यक्ति सदन का सदस्य नहीं, उस पर कोई आरोप नहीं लगाया जा सकता है और उसका गलत बयान उद्घृत नहीं किया जा सकता है। उन्होंने श्री गुप्ता से पूछा कि उन्होंने जो बात कही है, उसके समर्थन में वह कोई प्रमाण दे सकते है और अपनी टिप्पणी को अभिप्रमाणित कर सकते है। श्री रमेश का कहना था कि सदन में लोग अक्सर पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी पर आरोप लगाते रहते है, वे लोग तो अब दिवंगत हो गए और अब इस सदन में नहीं है। तो फिर उन्हें कैसे आरोप लगाने की आजादी दी जाती है। तब श्री कुरियन ने कहा कि श्री गुप्ता ने संघ परिवार के जिन नेता का बयान उद्धत किया है, वह बयान ही गलत है। इसलिए वह सदन की कार्यवाही से इसे निकाल दे रहे है। श्री गुप्ता ने कहा कि वह अपनी टिप्पणी के समर्थन में साक्ष्य पेश कर सकते है, लेकिन श्री कुरियन उनकी टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से निकाल दिया।
मंगलवार, 7 फ़रवरी 2017
आरक्षण के बारे में संघ के बयान को लेकर राज्यसभा में विवाद
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