बैंगलोर ,22 मार्च, वेतन वृद्धि और अन्य मांगों के समर्थन में हज़ारों आंगनबाड़ी सेविकाएं मंगलवार से ही बैंगलोर के फ्रीडम पार्क में धरने पर हैं. फ्रीडम पार्क से लेकर मुख्य सड़क तक धरने की वजह से कल से ही यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है और घंटों जाम की स्थिति बनी रही.इस दौरान कई सेविकाएं बेहोश भी हो गई ,जिन्हें इलाज के लिए के.सी .जनरल अस्पताल में ले जाया गया. कर्णाटक के सुदूरवर्ती इलाकों से अपनी मांगों की फेहरिस्त लेकर पहुंची सेविकाओं ने "लाइव आर्यावर्त" को बताया कि उन्हें फ़िलहाल ३ से ६ हज़ार तक मानदेय मिलता है ,जो काफी कम है और परिवार चलाना मुश्किल होता है.इनकी मांग है कि इनके मासिक वेतन दस हज़ार रूपये प्रतिमाह किया जाये. कर्णाटक आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की अध्यक्ष वरलक्ष्मी और सचिव लक्ष्मी देवम्मा ने मांगे पूरी होने तक हम धरना समाप्त नहीं करेंगे,चाहे सरकार जेल भेज दे. बताया गया कि सरकार ने बजट में ६१२ करोड़ के आवंटन का आश्वासन दिया था परंतु केवल ११० करोड़ ही आवंटित किये गए.
इस दौरान कर्णाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता जगदीश शेट्टर और पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी भी धरना स्थल पर सेविकाओं के समर्थन पर पहुंचे और मांगों को पूरा करवाने का आश्वासन दिया. दूसरी तरफ राज्य के मुख्यमंत्री सिध्धरमैय्या के बुलावे पर बातचीत के लिए मिलने गए प्रतिनिधिमंडल को मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार का भरोसा दिया और धरना समाप्त करने की अपील की. मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को कहा कि राज्य में उपचुनाव की वजह से आचार संहिता लागू है जिसकी वजह से वे फ़िलहाल मानदेय बढ़ाने की औपचारिक घोषणा नहीं कर सकते. समाचार लिखे जाने तक हज़ारों सेविकाएं फ्रीडम पार्क के सामने मुख्य सड़क पर ही धरने पर डंटी हैं और कल रात भी सड़क पर ही गुजारी थीं.
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