अमरेन्द्र सुमन (दुमका), झारखण्ड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने तीन दिवसीय संताल परगना दौरे के प्रथम दिन साहेबगंज नवोदय विद्यालय के बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बच्चे पूरा करेंगे। खुशहाल राष्ट्र का सपना। सरकार षिक्षक और समाज से यह अपील है कि बच्चों में छुपी प्रतिभा को सामने लायें। संबोधित करते हुए जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रों को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि बच्चों के भीतर छुपी प्रतिभा को निकालने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि षिक्षा ही जिंदगी जीने का कला सिखाती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा को नजरअंदाज न करें षिक्षा ही जिंदगी की नैया को पार लगा सकती है। उन्होंने कहा कि झारखण्ड खनिज से तो भरा प्रदेष है ही साथ ही झारखण्ड बच्चों से भी भरा प्रदेष है। उन्होंने कहा कि झारखण्ड को किसी भी समस्या से निपटने के लिए बाहर से बच्चों को बुलाने की जरूरत नहीं है झारखण्ड के बच्चे ही यहाँ के सभी समस्याओं के समाधान की क्षमता रखते हैं। सम्बोधन के क्रम में उन्होंने यह भी कहा कि आप अपनी कमजोरी को अपनी ताकत बनायें। अपना लक्ष्य का निर्धारित करें, आपको आपकी मंजिल तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता। आप कठनाई से मायूस न हो, आपके बिना देष अधूरा है। आप सब में टैलेंट है दिल से काम करें और मन लगा के पढ़ें। अभी आपका एक ही लक्ष्य होना चाहिये अच्छी षिक्षा, आप अपने लक्ष्य पर केन्द्रित हों। अच्छी षिक्षा प्राप्त कर आप अपने माता-पिता, राज्य और देष का नाम रौषन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आप अपनी क्षमता से अपने समाज में एक अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करें ताकि समाज आप पर गौरव कर सके। पढ़ाई के साथ ही व्यवहारिक ज्ञान भी आवष्यक है। नवोदय विद्यालय सर्वांगीण विकास के लिए जाना जाता है। उन्होंने षिक्षकों से कहा कि आप राष्ट्र निर्माता हैं, राष्ट्र निर्माण का कार्य में पूरी निष्ठा से लगे रहें। आप स्कूली बच्चों को अपना बच्चा समझ कर पढ़ायें। उन्होंने कहा कि षिक्षा के बिना बेहतर समाज और राष्ट्र निर्माण की कल्पना नहीं की जा सकती है। सम्बोधन के पष्चात उन्होंने पूरे विद्यालय परिसर का निरीक्षण किया एवं सभी छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की। स्कूली बच्चों ने उनका स्वागत स्थानीय रीति रिवाज से किया। दीप प्रज्जवलित कर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत की। इस अवसर पर स्कूली बच्चों द्वारा देषभक्ति नृत्य भी प्रस्तुत किये गये। चांद भैरव स्टेडियम साहेबगंज में विष्व वानिकी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन के पष्चात कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पेड़ पौधों के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि मनुष्य ही इस पृथ्वी पर विवेकषील प्राणी है। दुर्भाग्य है कि मनुष्य ही अपने भौतिक आवष्यकताओं की पूर्ति के लिए पेड़ों को नष्ट करते हैं। जल, जंगल जमीन ये तीनों हमारे लिए जरूरी है हमें इसका ध्यान रखना चाहिये। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज पेड़ों की पूजा करते हैं, भगवान मानते हैं। यदि हम इसी तरह पेड़ काटते रहे तो वह दिन दूर नहीं जब इस पृथ्वी पर जीवन समाप्त हो जायेगा।
उन्होंने कहा कि अतीत में इतने पेड़ काटे गये हैं कि पूरे पर्यावरण में प्रदूषण फैल गया है, जिसका कारण है कि इतने सारे रोज आज हमें देखने को मिल रहे है। उन्होंने कहा कि अब सावधान होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम प्रण लें कि प्रतिवर्ष कम से कम दो पेड़ अवष्य लगायंे। उन्होंने कहा कि बदलते पर्यावरण के जिम्मेवार और कोई नहीं हम सब हैं। उन्होंने कहा कि जिंदगी जीने के लिए पेड़ पौधा जरूरी है। वैसे जमीन जहाँ खेती न करते हो वहां अवष्य पेड़ लगायें। उन्होंने कहा कि पेड़ एक जगह पर रहकर भी हजारों लोगों को छाव देकर अपना कर्तव्य का निर्वहण करती है लेकिन हम मनुष्य उसे काट देते हैं। उन्होंने कहा कि वन को बचाना जरूरी है। वन दिवस 1 दिन नहीं, पूरे 365 दिन माने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज हर्बल के प्रोडक्ट की ओर सब कोई जा रहा है। क्योंकि हर्बल का प्रोडक्ट प्रकृति से निर्मित होता है। पेड़ पौधों से बनता है जब पेड़ पौधे ही नहीं रहेंगे। तो ये सब कैसे बनेगा। हमंे जागना होगा। जागरूक होना होगा। लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जीवन में बहुत परेषानियाँ आयेंगी। उन्होंने कहा कि वैसे लोग जो मिडिल मैन बनकर यहां की बेटियों को बेचते हैं उन्हें समाज और सरकार सख्त सजा देगी। उन्होंने लोगों से कहा कि षिक्षा से जिंदगी आसान बनती है। सिर्फ रोजगार के लिए षिक्षा न लें। स्वाबलंबी बनें। उन्होंने कहा कि सरकार के साथ-साथ समाज को भी जागरूक होना पड़ेगा। इस अवसर पर राजमहल विधायक अनंत ओझा ने कहा कि देष और राज्य जिस प्रकार विकास से बदल रहा है ठीक उसी प्रकार राज्य सरकार के माध्यम से साहेबगंज भी बदल रहा है। उन्होंने माननीया राज्यपाल से षिक्षा सुधार के लिए विष्वविद्यालय की स्थापना की मांग की।
इस अवसर पर बोरियो विधायक ताला मंरांडी ने कहा कि संताल परगना में साहेबगंज अपना विषेष महत्व रखता है। उन्होंने कहा कि साहेबगंज में पर्यटन एवं हरियाली बनाये रखने के लिए वन विभाग को और मेहनत करना पड़ेगा। इस अवसर पर पेड़, पहाड़ों से धिरे हाने के कारण जंगली जीव से आत्मरक्षा हेतु माननीय राज्यपाल द्रौपती मुर्मू द्वारा टाॅर्च एवं अन्य चीजों का भी वितरण स्थानीय लोगांे को किया गया। पहाड़ पर चिरौता औषधी भी पायी जाती है जिसके लिए राज्य सरकार द्वारा चिरौता के प्रोसेसिंग के लिए स्थानीय लोगों में 3 प्रोसेसिंग मषीन का भी वितरण किया गया। साथ ही परिसंपत्तियों एवं वन समिति को सुरक्षा के लिए चेक के माध्यम से राषि का वितरण किया गया। इसके बाद राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने साहेबगंज के अंजुमन नगर स्थित कस्तुरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय पहुंची जहां स्कूली छात्राओं ने पारंपरिक रीति रिवाज से उनका स्वागत किया। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कस्तुरबा गांधी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्जवलित कर आयोजित कार्यक्रम की शुरूआत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देष को आगे बढ़ाने के लिए षिक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आज भी कम उम्र के बच्च्यिों की शादी हो जाती है और बच्चे के बच्चे हो जाते हैं जो दुख की बात है। उन्होंने कहा कि बच्चियों को भगवान ने सबसे अलग बनाया है ये सब कर सकते हैं और न ही किसी से कम हैं। उन्होंने कहा कि आज कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है जहां लड़कियां नहीं हैं ये अपने आप में बड़ी बात है। उन्होंने बच्चियों से कहा कि आप अपना कार्य अच्चे से करें तभी सरकार अपना काम अच्छे से कर पायेंगी। उन्होंने बच्चियों से कहा कि कमजोरी को खत्म कर आगे बढे़, देष आगे बढ़ेगा।
स्वस्थ समाज से ही स्वस्थ राज्य और स्वस्थ देष का निर्माण सुनिष्चित होगा। उक्त बातें राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मिर्जाचैकी साहेबगंज के निरीक्षण के दौरान कहा। उन्होंने कहा कि आज झारखण्ड हर क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बना रहा है। स्वास्थ्य सुविधा प्रत्येक समाज के लिए जरूरी है। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार का कर्तव्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक को स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाना है। और पहुंचायी भी जा रही है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मिर्जा चैकी पहुंचकर उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्र के डाॅक्टर, सहिया, ए एन एम से बात किया एवं उनकी परेषानियों से अवगत हुई। इस दौरान उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मी से अपने कर्तव्य को प्राथमिकता देने को कहा। उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मी के साथ स्वास्थ्य केन्द्र में ही एक बैठक की एवं स्वास्थ्य केन्द्र की स्थिति को जाना उन्होंने डाॅक्टर की भी कमी, ए एन एम, सहिया के बारे में भी जाना इसके बाद उन्होंने सभी वार्ड का निरीक्षण किया
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