चेन्नई, 21 मार्च, कई करोड़ रुपये के पुराने नोटों की हेराफेरी के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के तीन माह बाद उद्योगपति और बालू खनन माफिया शेखर रेड्डी को प्रवर्त्तन निदेशालय (ईडी) ने काले धन को वैध करने के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया है। गत दिसम्बर में कई करोड़ रुपये के नए और पुराने नोटों की बरामदगी के संबंध में सीबीआई की ओर से दर्ज प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने श्री रेड्डी और उनके सहयोगी श्रीनिवासुलु के विरूद्ध प्रीवेन्सन आफ मनी लाँड्रिंग अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत एक मामला दर्ज किया है। . सूत्रों के मुताबिक श्री रेड्डी को कल देर रात गिरफ्तार किया गया और एक मजिस्ट्रेट के निवास पर पेश किया गया। मजिस्ट्रेट ने उन्हें 28 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दे दिया। सूत्रों के मुताबिक उनके सहयोगी के बारे में भी जांच की जा रही है। श्री रेड्डी को इससे पहले सीबीआई ने गिरफ्तार किया था और कुछ दिन पहले ही सशर्त जमानत मिलने के बाद वह रिहा हुए थे। सीबीआई की ओर से दर्ज प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने रेड्डी और अन्य के विरूद्ध एक आपराधिक मामला दर्ज किया है। इससे पहले गत वर्ष आठ दिसम्बर को आयकर विभाग ने रेड्डी और उसके दो अन्य सहयोगियों के आवासों और कार्यालय परिसरों में छापा मारकर 34 करोड़ रुपये मूल्य के 2000 के नये नोटों समेत 131 करोड़ नगद, 177 किलोग्राम सोना तथा कई करोड़ रुपये की संपत्तियों के दस्तावेज भी बरामद किए गए। नगदी की बरामदगी के संबंध में 21 दिसम्बर को शेखर रेड्डी और श्रीनिवासुलु रेड्डी की गिरफ्तारी के ठीक अगले दिन उसके तीन अन्य सहयोगियों प्रेम कुमार, रथिनम और रामचंद्रण के आवासों और कार्यालय परिसरों पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। छापेमारी के दौरान में जब्त दस्तावेजों और सबूतों के आधार पर आयकर अधिकारियों ने तमिलनाडु के पूर्व मुख्य सचिव पी राम मोहन राव के आवासों और राज्य सचिवालय स्थित उनके कार्यालय कक्ष में भी छापेमारी की और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, नगद और अाभूषण भी बरामद किए। श्री राव के पुत्र विवेक पपीसेट्टी और परिवार के अन्य सदस्यों के आवासों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर भी छापेमारी की गई थी।
मंगलवार, 21 मार्च 2017
मनी लॉनडरिंग में खनन माफिया शेखर रेड्डी गिरफ्तार
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