सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 22 मार्च - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 22 मार्च 2017

सीहोर (मध्यप्रदेश) की खबर 22 मार्च

"नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा : नर्मदा तट के ग्रामों को नशा एवं प्रदूषणमुक्त बनाया जायेगा
  • सीहोर जिले के नेहलाई गाँव के जन-संवाद में मुख्यमंत्री श्री चौहान, मुस्लिम धर्मावलम्बियों ने किया यात्रा का स्वागत


मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा नदी को स्वच्छ एवं अविरल बनाने के संकल्प के साथ नर्मदा सेवा यात्रा प्रारंभ की गई है। सभी नागरिक नदी संरक्षण के इस महा-अभियान में भागीदार बनें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज सीहोर जिले के  ग्राम नेहलाई में "नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा के जन-संवाद को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने ग्रामीणों को नर्मदा तट पर फलदार वृक्ष लगाने, बेटी बचाओ अभियान को सफल बनाने, बच्चों को स्कूल में पढ़ाने, नदी में पूजा की पुरानी सामग्री न डालने, दुर्गा एवं गणेश उत्सव के बाद मूर्तियों के विसर्जन, नर्मदा तट पर अंतिम संस्कार, नर्मदा नदी में पॉलिथिन एवं प्रदूषण बढ़ाने वाली अन्य सामग्री विसर्जित न करने तथा प्लास्टिक के दीपक से दीपदान न करने का संकल्प दिलवाया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों पर केन्द्रित कविता पाठ करने वाली दो छात्रा कुमारी सोनम यादव एवं कु. रूचि गौड़ को 5-5 हजार रूपये का पुरस्कार देने की घोषणा की। श्री चौहान ने नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान आयोजित भजन प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। उन्होंने ग्रामीणों को वृक्षारोपण, गाँव में स्वच्छता, जल-संरक्षण एवं नशा मुक्ति संबंधी संकल्प दिलवाया।  श्री चौहान ने कहा कि हम सभी को नदियों एवं तालाबों के संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। मुख्यमंत्री ने बताया कि गत वर्ष डिण्डोरी जिले के भ्रमण के दौरान नर्मदा में अत्यन्त कम पानी देखकर उन्हें काफी कष्ट हुआ था तभी उन्होंने नर्मदा सेवा यात्रा आयोजित कर लोगों को नदी संरक्षण अभियान से जोड़ने का संकल्प लिया था, जो आज साकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी जीवनदायिनी है। जहाँ एक ओर माँ नर्मदा के जल से बिजली बन रही है, वहीं दूसरी ओर खेतों में हरियाली और किसानों के जीवन में खुशहाली आ रही है। उन्होंने कहा कि यात्रा किसी धर्म या पार्टी विशेष की नहीं है बल्कि अब व्यापक जन-आन्दोलन बन चुकी है। मुख्यमंत्री ने ग्राम नेहलाई में नर्मदा नदी के तट पर आम का पौधा लगाकर ग्रामीणों से अपील की कि वे भी अपने-अपने घरों के आस-पास पौधे लगाये और उन्हें सुरक्षित रखें। उन्होंने बताया कि नर्मदा नदी के दोनों तट पर एक-एक किलोमीटर चौड़ाई में केवल वृक्षारोपण ही किया जायेगा ताकि नदी में पानी की अविरल धारा बनी रहें। 

मुस्लिम धर्मावलम्बियों ने भी किया यात्रा का स्वागत
ग्राम नेहलाई में श्री अब्दुल खान के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में आस-पास के गाँव से आये मुस्लिम धर्मावलम्बियों ने यात्रा का पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया। 

नारियलों से मुख्यमंत्री का स्वागत
गाँव की बुजुर्ग श्रीमती जमुना बाई ने श्री शिवराज सिंह चौहान एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान का पाँच नारियल भेंट कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने भाव-विभोर होकर बताया कि जब मैं पहली बार इस क्षेत्र से चुनाव लड़ रहा था तब श्रीमती जमुना बाई ने गाँव की महिलाओं से 2-2 रूपये एकत्रित कर आशीर्वाद के साथ मुझे भेंट किये थे और कहा था कि विधायक बनकर इस क्षेत्र की महिलाओं की समस्याओं को दूर करना। 

गाँव को नशामुक्त करने का संकल्प 
ग्राम  नेहलाई में पास के गाँव जाजना से आई एक दर्जन से अधिक महिलाओं ने मुख्यमंत्री के समक्ष संकल्प लिया कि वे अपने गाँव के पुरूषों का नशा छुड़वाकर गाँव को नशा-मुक्त बनायेंगी। इन महिलाओं ने कहा कि चाहे उन्हें इसके लिये कितना ही संघर्ष क्यों न करना पड़े, वे संघर्ष करेंगी। वन विकास निगम के अध्यक्ष श्री गुरू प्रसाद शर्मा, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री शिव कुमार चौबे, मध्यप्रदेश किसान आयोग के अध्यक्ष श्री ईश्वर लाल पाटीदार, जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप पाण्डेय, साध्वी सुश्री प्रज्ञा भारती एवं  इंदौर जिला पंचायत की अध्यक्ष सुश्री कविता पाटीदार सहित विभिन्न धर्मगुरु और जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

नर्मदा संरक्षण के लिये समन्वित प्रयास आवश्यक : -मुख्यमंत्री श्री चौहान 

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नर्मदा नदी ने हमे सबकुछ दिया है। जहा एक और नर्मदा के जल से प्रदेश में विद्युत उत्पादन हो रहा है वहीं दूसरी और नर्मदा के जल से प्रदेश की लाखों हेक्टेयर भूमि सिंचित हो रही है तथा ग्रामीण व शहरी क्षेत्र  के करोडों कण्ठौ प्यास बुझ रही है। इसके बदले में हम लोगो ने नर्मदा नदी हो प्रदूषित कर दिया है। नर्मदा तट के आस-पास जंगलों के कटने से नदी के प्रवाह पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा है। आज आवश्यकता नर्मदा नदी के प्रदूषण को रोकने तथा नदी किनारे के क्षेत्र में सघन वृक्षारोपण की है। यह बात मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सीहोर जिले के आंवली घाट पर नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान आयोजित कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहीं। कार्यक्रम में प्रदेश के वन मंत्री डा. गौरी शंकर शेजवार, पंडित कमल किशोर नागर, ब्रम्हकुमारी भावना दीदी, विज्ञानानंद महाराज, शिवानंद सरस्वति, साध्वी सुश्री प्रज्ञा भारती सहित विभिन्न संतगण एवं अपार जनसमूह मौजूद था।  मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह एक सर्व विदित तथ्य है कि जल हमारी जीवन रेखा है तो नर्मदा मध्यप्रदेश की जीवन रेखा है। नर्मदा सेवा यात्रा का मुख्य उद्देश्य ही प्रदेश की जीवन दायिनी नदी के संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करना है। नर्मदा यात्रा एक बड़ा जन आंदोलन बन गयी है। इस अभियान में जाति रंग भेद-भाव के बिना समाज के सभी वर्गों के लोग पूरे मनोयोग से शामिल हो रहे है। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी के दोनों तटों पर आगामी 02 जुलाई को अमरकंटक से अलीराजपुर तक पूरे प्रदेश में लगभग 10 करोड़ पौधे एक साथ लगाने की तैयारी की जा रही है। नर्मदा नदी के किनारों पर कुंड का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें प्रतिक्षाओं और पूजन सामग्री विसर्जित की जा सकेगी। यह प्रयास नर्मदा नदी को प्रदूषण से मुक्त कराने के लिये शासन द्वारा उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। इसी तरह नर्मदा नदी के किनारों पर प्रदूषण से मुक्ति की रोकथाम के लिये मुक्ति धाम बनाये जा रहे है। उन्होंने कहा कि नर्मदा सेवा यात्रा को पूरे विश्व में सराहना मिल रही है।   कार्यक्रम में नर्मदाष्टक पर आधारित नृत्य नाटिका तथा अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। इस दौरान संत कमल किशोर नागर ने भी ग्रामीणों को संबोधित कर नर्मदा नदी के संरक्षण के लिये सभी से सहयोग का आव्हान किया।  इसके पूर्व बुधवार को ग्राम नर्मदा सेवा यात्रा का ग्राम जाजना, मट्टागांव, रेउगांव, मर्दानपुर में भी आागमन हुआ। यह स्थानीय ग्रामीणों ने पुष्प वर्षाकर यात्रा का स्वागत किया है। गांव की महिलाएं भी यात्रा में अपने सिर पर कलश रखकर शामिल हुई। 

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