अमरेन्द्र सुुमन (दुमका), ‘‘चलो गाँव की ओर’’ कार्यक्रम के तहत इंडियन डेवेलपमेंट आइवि एसोसिएशन (आइडिया) के तत्वाधान में दुमका जिला स्थित रानीश्वर प्रखंड के मध्य विद्यालय सादीपूर में व्यक्तित्व एवं नैतिक मूल्यों के विकास हेतू दो सत्रों में कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम सत्र विद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ एवं द्वितीय सत्र इनके अभिभावक एवं बुद्धिजीवी ग्रामीणों के साथ रहा। कार्यक्रम में सर्वप्रथम मुख्य अतिथि माउंट आबू, राजस्थान से आए हुए प्रजापिता ईश्वरीय विश्व विद्यालय के मोटिवेटर बी0के0 गिरिश ठाकुर, विशिष्ट अतिथि बी0के0 जयमाला एवं बाकि अतिथियांे बेनीमाधव लाएक (भूतपूर्व प्रधानाध्यापक), निताय पद लाएक (भूतपूर्व शिक्षक), बी0 के0 रेखा आदि का विद्यालय के प्रधानाध्यापिका मिताली चटर्जी एवं शिक्षिका शुभ्रा मजूमदार द्वारा पुष्प गुच्छ एवं बैज लगाकर स्वागत किया गया। स्वागत के पश्चात् मुख्य अतिथि बी0के0 गिरिश भाई जो कि बी0टेक0 अभियंता और भूतपूर्व प्रिंसिपल भी हैं और जिनकी दस अनुवादित अंग्रेजी की किताबंे सौ से अधिक महाविद्यालियों में पढ़ाई जाती है ने अपने संबोधन में मुख्य रूप से चारित्रिक विकास पर बल देते हुए प्रथम सत्र में विद्यालय के बच्चों को चरित्रवान बनने के साथ-साथ आज्ञाकारी बनने एवं एकाग्रचित होकर अच्छे से पढ़ाई करने के गुर बताते हुए अच्छाई की राह पर चलने की सीख दी। और साथ ही उन्होंने संयमित एवं समयबद्ध होकर अनुशासनपूर्वक सीखने पर बल देते हुए बच्चों को देश का एक जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रोत्साहित किया जिससे उनके समाज, राज्य और देश का नाम हो सके। अपने द्वितीय सत्र में अभिभावकों एवं बुद्धिजीवी ग्रामीणों को मुख्य अतिथि ने अपने बच्चों के लिए रोल माॅडल बनने के लिए प्रोत्साहित किया। इन्होंने कहा कि आज के इस युग में हम तो चाहते हैं कि बच्चे बड़े होकर अच्छे बनें लेकिन हम सब उन्हें जाने-अनजाने में गलत सीख दे जाते हैं और हमारे रोजमर्रा के क्रियाकलापों का भी उनपर बहुत ही गहरा असर पड़ता है जिसके कारण समाज में नैतिकता का स्तर काफी घटने लगा है। इसलिए लोगों से अपील करते हुए इन्होंने कहा कि हम सब दूसरों से जो अच्छाई की अपेक्षा रखते हैं उसके लिए सबसे पहले हमें अच्छा बनकर दूसरों के सामने आना होगा क्योंकि जैसा हम समाज को देंगे वैसा ही पायेंगे। और इस तनाव एवं भागदौड़ भरी जिंदगी से कुछ समय निकालकर इन्होंने ने राजयोग के माध्यम से एकाग्र होकर लोगों को अध्यात्म के मार्ग की ओर आने के लिए प्रेरित किया। वहीं बी0के0 जयमाला द्वारा अपने सबोंधन में सबों को दुव्र्यसन से दूर रहने की शिक्षा दी गई चाहे वो दुव्र्यसन विचारों का हो या नशा का या फिर किसी अन्य प्रकार का हो इन सबों से दूर रहने के लिए लोगों को जागरूक किया गया। तत्पश्चात् सबों को बी0के0 जयमाला द्वारा ईश्वरीय संदेश देकर सम्मानित किया गया। अंत में अपने धन्यवाद ज्ञापन में प्रधानाध्यापिका मिताली चटर्जी ने आइडिया संस्था के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम निश्चित रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में होने चाहिए। जिससे छात्र-छात्राओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जा सके। और इसके साथ ही आम जनता जागरूक होने के साथ-साथ मुख्य धारा से जुड़कर विकास को गति प्रदान कर सके। इस अवसर पर संस्था के सदस्यगण, विद्यालय के शिक्षकगण, तारापद लाएक, भूवनमोहन चक्रवर्ती, समीर कु0 घोषाल, मितारानी लाएक, देवरंजन दास आदि उपस्थित थे।
मंगलवार, 21 मार्च 2017
दुमका : आइडिया संस्था द्वारा व्यक्तित्व एवं नैतिक मूल्यों के विकास पर कार्यशाला
Tags
# झारखण्ड
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
झारखण्ड
Labels:
झारखण्ड
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें