चीन ने अपने दस्तावेजों में अरुणाचल की जगहों के बदले नाम - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 20 अप्रैल 2017

चीन ने अपने दस्तावेजों में अरुणाचल की जगहों के बदले नाम

china-change-arunachal-name-in-protest
बीजिंग,19 अप्रैल, चीन ने दलाईलामा के अरुणाचल प्रदेश के दौरे के विरोध स्वरूप इस प्रदेश की छह जगहों के नाम अपने दस्तावेजों में बदल दिये हैं । चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत कहता है । चीनी मीडिया के अनुसार यह निर्णय बीजिंग की ओर से विवादित माने जाने वाले क्षेत्र पर अपनी संप्रभुता जताने के इरादे से लिया गया है । सरकारी न्यूज पेपर ग्लोबल टाइम्स के अनुसार,“ चीन के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 14 अप्रैल को अपनी वेबसाइट पर राज्य परिषद के नियम के अनुसार चीनी,तिब्बती और रोमन वर्णमाला में इन छह जगहों को दक्षिण तिब्बत में दर्शाया है। ” अधिकारियों ने रोमन लिपि में इन छह जगहों का नाम वोगयैनलिंग,मिलारी,कोडेनगारबो री,मैनकुका,बुमा ला और नामकापुबरी बताया है । दलाईलामा के इस माह के पहले सप्ताह में अरुणाचल प्रदेश की यात्रा का विरोध करते हुए चीन ने कहा था उनकी इस दौरे से दोनों देशाें के संबंधों पर असर पड़ेगा । ग्लोबल टाइम्स में छह अप्रैल को छपे एक संपादकीय के अनुसार,“दलाई लामा विवादित क्षेत्र का दौरा पहले भी कर चुके हैं लेकिन इस बार का दौरा अलग था क्योंकि उनकी अगवानी भारत के गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजू ने की । श्री रिजिजू ने बाद में चीन की अापत्ति का जवाब देते हुये कहा था कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है अौर चीन को इस संबंध में हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है ।

कोई टिप्पणी नहीं: