पटना, 26 अप्रैल। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने छत्तीसगढ़ के सुकमा में 25 सी.आर.पी.एफ. जवानों की नृषंसा हत्या की निंदा करते हुए निम्नलिखित वक्तव्य जारी किया है. छत्तीसगढ़ राज्य के सुकमा में माओवादियों द्वारा पच्चीस सी.आर.पी.एफ. के जवानों की हत्या की जितनी निंदा की जाये, कम है। हम भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से शहीद जवानों का नमन करते हुए उनके परिजनों को गहरी संवेदना प्रेषित करते हैं। कुछेक हलकों द्वारा उक्त घटना को लाल आतंक की संज्ञा देकर पूरे वामपक्ष को कठघरे में खड़ा करने की कोषिषें की जा रही है जो सरासर गलत और दुराग्रहपूर्ण है। वास्तविकता, जबकि, यह है कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी समेत अनेक वामपंथी दल हैं जो उक्त क्षेत्र में आदिवासी जनगण के हकों की हिफाजत और उनकी जीवन रक्षा के लिए काम कर रहे हैं और वे माओवादियों के साथ राजनैतिक व वैचारिक रूप से न तो सहमत हैं, न ही संघर्ष के उनके हिंसक तरीकों से इत्तेफाक रखते हैं। केन्द्र और राज्य सरकारों को व्यापक संदर्भ और संदर्ष में यह देखना चाहिए कि उक्त क्षेत्र की स्थिति को नियंत्रित करने में वे लगातार क्यों और कैसे विफल होती रही हैं। आष्चर्य की बात तो यह है कि फिलवक्त सी.आर.पी.एफ का न तो कोई नियमित प्रधान है, न ही उसके पास खुफिया जानकारियां हैं। यदि ऐसी व्यवस्था नहीं होती तो संभवतः ऐसी हिंसक वारदातों से बचा जा सकता था। भाकपा नेता ने जवानों की षहादत पर राजनीतिक करने से परहेज करते हुए आदिवासी क्षेत्र और उसके जनगण की मूलभूत समस्याओं का कालबद्ध निदान ढ़ूंढ़ने के साथ-साथ हिंसा के रास्ते को त्यागने की आवष्यकता जताई। उन्होंने बिहारी मूल के शहीद जवानों के परिजनों को समुचित मुआबजा और सरकारी नौकरी देने की मांग मुख्यमंत्री नीतीष कुमार से की।
बुधवार, 26 अप्रैल 2017
बिहार : शहीद जवानों को नमन, हिंसा की निंदा
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